शासन रत्न मनोज कुमार हरण सिरोही ने बांधा भक्ति का समांशिवपुरी-जैन श्वेताम्बर मंदिर कोर्ट रोड़ पर बड़े उत्साह और उल्लास के साथ 133 वर्ष पुराने श्वेताम्बर जैन मंदिर वार्षिक ध्वजा महोत्सव मनाया गया। यहां ध्वजा महोत्सव में विधिकारक शासन रत्न मनोज कुमार हरण सिरोही के द्वारा समुधर भजनों की प्रस्तुति ने समां बांधा जिसमें मंत्रमुग्ध होकर श्वेताम्बर जैन समाज के द्वारा भक्ति की गई। कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर शहनाई धुन के साथ 108 दीपों की आरती के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई अंकित लोढ़ा रायपुर के द्वारा जिन शासन की भक्ति करते हुए भजनों की प्रस्तुति दी गई। । मंदिर की ध्वजा महोत्सव में जैन समाज ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की।
जानकारी देते है जैन श्वेताम्बर समाज के अध्यक्ष तेजमल सांखला एवं प्रचार प्रसार प्रमुख अभय कोचेटा ने बताया कि 33 वर्ष पूर्व मंदिर का शताब्दी महोत्सव शासन रत्न मनोज कुमार जी हरण सिरोही निवासी द्वारा सम्पन्न कराया गय था। तभी से प्रतिवर्ष समाज के एक परिवार के द्वारा मंदिर में ध्वजा चढ़ाई जाती है। इसी क्रम में यहां तीन दिनों तक चलने इस ध्वजा महोत्सव की शुरूआत योगीराज गुरुदेव श्रीमद् विजय शांति सुरीश्वर जी महाराज साहब जी के महापूजन के साथ हुई जिसमें प्रथम दिन शांति गुरूदेव महापूजन एवं भक्ति के साथ कार्यक्रम के तृतीय दिवस के अवसर पर मंदिर परिसर में ध्वज चढ़ाई गई।
तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में स्वधर्मीवात्सल्य एवं मूलनायक पाश्र्वनाथ भगवान की ध्वज के लाभार्थी पंजूमल मंगतराम पारस जैन बरड परिवार रहे जबकि संध्या भक्ति पूज्य योगीराज गुरुदेव श्री विजय शांति सूरीजी की भक्ति में गायक राहुल झावक राजनंदगांव के द्वारा सम्पन कराई गई, इस धार्मिक आयोजन के लाभार्थी उदय चंद शिखर चंद कोचेटा परिवार रहा। ध्वजा महोत्सव के दिन की शुरूआत में भव्य बरघोड़ा निकाला गया जो जैन मंदिर से होकर कोर्ट रोड़, कोतवाली रोड़, कष्टमगेट होते हुए जैन मंदिर निचला बाजार से होकर श्वेताम्बर जैन मंदिर पहुंचा जहां अष्टप्रकार की पूजा संपन्न कराई गई और तत्पश्चात ध्वजा महोत्सव के लाभार्थी परिवार सौभाग्यमल विजय कुमार पारख परिवार एवं शांतिगुरूदेव, आत्माराम जी महाराज साहब, आचार्य विजय बल्लभ सूरी जी के जिनमंदिर ध्वजा लाभार्थी उदयचंद शिखर चंद कोचेटा परिवार रहा जिन्होंने सपरिवार, ससमाज के साथ इस भव्य आयोजन को सफल बनाया।
इसके साथ ही यहां रात्रि में दादागुरूदेव की भक्ति का आयोजन रखा गया है जिसमें संयम नावेडा ने अपने भजनो की प्रस्तुती दी और इस भजन संध्या के लाभार्थी धीसुलाल ज्ञानचंद कास्टया परिवार रहा। तीन दिनों तक चले इस भव्य धार्मिक कार्यक्रम का समापन भी बड़े उत्साह और उल्लास के साथ किया गया जिसमें जैन समाज ने सपिरवार शामिल होकर यहां भक्ति, ध्वजा महोत्सव और अन्य पूजन कार्र्यक्रम में भाग लेकर पुण्य लाभ अर्जित किया।
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