कांग्रेस के दावेदारों में योगेश करारे के जनसंपर्क और क्षेत्र में बढ़ती सक्रियता से कांग्रेस संगठन हो रहा मजबूूतशिवपुरी- आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर इन दिनों करैरा विधानसभा क्षेत्र में नेताओं की सक्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। यहां एक ओर कांग्रेस से वर्तमान विधायक प्रागीलाल जाटव है तो दूसरी ओर अन्य जनचर्चाओं में कांग्रेस नेता योगेश करारे, जनवेद जाटव व मानङ्क्षसह फौजी के नाम भी प्रमुखता से लिए जा रहे है। यहां इन नए नेताओं के नाम इसलिए सामने आ रहे है क्योंकि वर्तमान विधायक प्रागीलाल जाटव की जनता से दूरी ने नए जननेताओं को आगे आने पर मजबूर कर दिया है। इसे लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरूण यादव, अजय सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं के पास भी कई सर्वे रिपोर्ट पहुंच चुकी है जिसमें स्थानीय विधायक की जनता से दूरी के चलते नए प्रत्याशी की जनचर्चा भी सुनाई देने लगी है।
यहां करैरा विधानसभा क्षेत्र की जनचर्चाओं पर गौर करें तो क्षेत्र की जनता से वर्तमान विधायक प्रागीलाल जाटव की दूरी ने नए जननेता को लाने पर मजबूकर दिया है जिसमें सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के द्वारा किए गए सर्वे की सूची में दावेदारो में योगेश करारे का क्षेत्र में जनसंपर्क और कांग्रेस संगठन के प्रति समर्पण व संगठन को मजबूत बनाने के काम ने उन्हें आगे लाने का काम किया है। हालांकि यहां अन्य दावेदारो में मानसिंह फौजी व जनवेद जाटव भी एक जननेता के रूप में चर्चाओं में है लेकिन सर्वमान्य चेहरे के रूप में योगेश की संगठन के प्रति निष्ठा को दरकिनार नहीं किया जा सकता।
जनचर्चाऐं करैरा विधानसभा में हो रही है कि वर्तमान विधायक प्रागीलाल जाटव के द्वारा उप चुनाव जीतने के बाद भी क्षेत्र के लेागों से सतत संपर्क नहीं रहा, कारण सामने आया है कि वह पूर्व में बहुजन समाज पार्टी से करैरा विधानसभा का तीन बार चुनाव लड़ चुके है और वर्ष 2018 के चुनाव में भी वह बसपा से चुनाव हारकर बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोडऩे के बाद भाजपा में शामिल होने पर हुए उप चुनाव में विजयी हुए है और यहां उन्होंने कांग्रेस छोड़ भाजपा से चुनाव लड़े जसमंत जाटव को पराजित किया जिसमें कांग्रेस ने भी उप चुनाव में हाथों-हाथ प्रागीलाल जाटव को बसपा छोड़कर कांग्रेस में शािमल होने के साथ ही दावेदार बना दिया था
बाबजूद इसके अब तक प्रागीला जनता में अपनी गहरी छाप छोडऩे में असमर्थ और असहाय ही नजर आए है जिसके चलते अब कांग्रेस पार्टी के पुराने और वरिष्ठ नेता योगेश करारे के द्वारा क्षेत्र की जनता के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, हाथ से हाथ जोड़ो अभियान जैसे प्रमुख मुद्दों को लेकर क्षेत्र की जनता का प्रतिनिधित्व किया और आज उसका परिणाम है कि क्षेत्र में योगेश करारे के सततन जनसंपर्क और बढ़ती सक्रियता से उन्हें विधानसभा के दावेदारों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया है।
सर्वे की सूची में योगेश का नाम सामने आया
कांग्रेस पार्टी में अपनी निष्ठा और समर्पण का जो भाव देखने को मिली उसमें सूत्रों ने बताया कि एक ओर जहां मप्र में कांग्रेस की सरकार बनने के आसार है तो दूसरी ओर कांग्रेस की सर्वे सूची में योगेश करारे का नाम भी उभरकर सामने आया है। ऐसे में एक समय जब कांग्रेस छोड़कर भाजपा में केन्द्रीय मंत्री के साथ कदम से कदम मिलाने वाले योगेश करारे कट्टर समर्थकों में गिने जाते थे तब यह आशा थी कि वह भी कांग्रेस का दामन छोड़ देंगें, लेकिन अपने स्वाभिमान, कांग्रेस पार्टी की रीति-नीति और कांग्रेस पार्टी के प्रति निष्ठा ने योगेश करारे को एक प्रमुख दावेदार के रूप में सामने ला खड़ा कर दिया है।
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