शिवपुरी। हंसते-हंसते कट जाए रास्ते, जिंदगी यूं ही चलती रहे, खुशी मिले या गम बदलेंगे ना हम, जिंदगी चाहे बदलती रहे..., खून भरी मांग फिल्म का यह गीत दुख की घड़ी में भी खुश रहने का संदेश देता है। यह कहना जितना आसान है करना उतना ही मुश्किल। आपको बता दें कि विश्व हास्य दिवस विश्व भर में मई के पहले रविवार को मनाया जाता है। इस बार 7 मई को हास्य दिवस के अवसर पर शक्ती शाली महिला संगठन द्वारा कांकर गांव के एक सेकड़ा हस्ते मुस्कुराते बच्चों के साथ की प्रमोद गोयल ने कहा की विश्व हास्य दिवस का आरंभ संसार में शांति की स्थापना और मानवमात्र में भाईचारे और सदभाव के उद्देश्य से हुई।
विश्व हास्य दिवस की लोकप्रियता हास्य योग आंदोलन के माध्यम से दुनिया में फैल गई। प्रोग्राम में बाल कलाकार सोहन ने कहा की हास्य सकारात्मक और शक्तिशाली भावना है जिसमें व्यक्ति को ऊर्जावान और संसार को शांतिपर्ण बनाने के सभी तत्व उपस्थित रहते हैं।आज पूरे विश्व में छह हजार से भी अधिक हास्य क्लब हैं। इस मौके पर विश्व के बहुत से शहरों में रैलियां, गोष्ठियां एवं सम्मेलन आयोजित किये जाते हैं। रवि गोयल ने कहा की हास्य दिवस का उद्देश्य
हंसी दुनियाभर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकती है। हास्य सकारात्मक और शक्तिशाली भावना है जिसमें व्यक्ति को ऊर्जावान और संसार को शांतिपूर्ण बनाने के सभी तत्व उपस्थित रहते हैं। यह व्यक्ति के विद्युत-चुंबकीय क्षेत्र को प्रभावित करता है और व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। जब व्यक्ति समूह में हंसता है तो यह सकारात्मक ऊर्जा पूरे क्षेत्र में फैलता है।
हंसी विभिन्न समुदायों को जोड़ती हैहंसी विभिन्न समुदायों को जोड़कर नए विश्व का निर्माण कर सकते हैं। हंसी ही दुनिया को एकजुट कर सकती है। मानव शरीर में पेट और छाती के बीच में एक झिल्ली होती है, जो हंसते समय धौंकनी का कार्य करती है। पेट, फेफड़े और यकृत की मालिश हो जाती है। हंसने से प्राणवायु का संचार अधिक होता है व दूषित वायु बाहर निकलती है। नियमित रूप से खुलकर हंसना शरीर के सभी अवयवों को ताकतवर और पुष्ट करता है व शरीर में रक्त संचार की गति बढ़ जाती है तथा पाचन तंत्र अधिक कुशलता से कार्य करता है। प्रोग्राम में एक सेकड़ा बच्चों के साथ शक्ती शाली महिला संगठन की टीम से बबिता, पूजा, किरण, सुमन , पिंकी एवम समुदाय के बच्चों में भाग।लिया।
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