मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने बाघ मित्रों से की चर्चाशिवपुरी-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में आज बाघ का एक जोड़ा छोड़ा। इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व्ही.डी.शर्मा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, वन मंत्री विजय शाह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया, सांसद डॉ.के.पी.यादव, श्रीमती प्रियदर्शनी राजे सिंधिया, महाआर्यमन सिंधिया, प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी भोपाल जसवीर सिंह चौहान, प्रधान मुख्य वन संरक्षक रमेश गुप्ता, मुख्य वन संरक्षक माधव राष्ट्रीय उद्यान उत्तम कुमार शर्मा, वन संरक्षक लवित भारती, कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल आदि उपस्थित थे।
बाघ मित्रों से की सीएम ने चर्चा, पर्यटन बढ़ावा को लेकर दिए महत्वपूर्ण सुझाव
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माधव नेशनल पार्क शिवपुरी में नर एवं मादा बाघो के जोड़ों को बाड़े में छोडऩे के उपरांत बाघ मित्रों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर कहा कि शिवपुरी एक ऐतिहासिक एवं प्राचीन एवं पर्यटन नगरी रहा है। नेशनल पार्क में आज दो बाद्यों के छोडऩे से अब शिवपुरी की अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर पहचाना जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु बाद्यो को संरक्षण के साथ उनकी सुरक्षा भी करनी होगी। उन्होंने कहा कि शिवपुरी में बाद्यो के आने से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेगा तथा देशी एवं विदेशी पर्यटकों के आने से भी जिले के इकोनिमी भी बढ़ेगी। श्री चौहान ने कहा कि अभी बाघो का एक जोड़ा जिसमें बाधवगढ़ नेशनल पार्क से मादा और सतपुड़ा नेशनल पार्क से नर बाघ छोड़ा गया है। शीघ्र ही तीन बाघ और छोड़े जाएगें। मुख्यमंत्री ने बाघ मित्रों से चर्चा करते हुए कहा कि हमें बाघों एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण हेतु लोगों को जागरूक किए जाने के लिए जनजागरण कार्यक्रम संचालित कर लोगों को बताए कि वन प्राणी हमारे मित्र है हमें उन्हें संरक्षण देना है।
बाघों के संरक्षण और संवर्धन को लेकर अद्योसंरचना के भी किए जाऐं कार्य : सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाघ प्रोजेक्ट के तहत बाघो के संरक्षण एवं संवर्धन के साथ अद्योसंरचना के कार्य भी किए जाएगें। साथ ही बाद्य परियोजना के तहत गाइडों, होटल एवं टैक्सी संचालकों आदि लोगों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ-साथ होम स्टे को भी बढ़ावा दिया जाएगा। जिससे बाहर से आने वाले सैलानियों को प्राकृतिक एवं खुले वातावरण में बाद्यो एवं वन्य प्राणियां का खुले में दर्शन करने का अवसर भी मिलेगा। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढऩे के साथ-साथ स्थानीय उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 27 वर्षों के बाद माधव नेशनल पार्क में अब बाघों की दहाड़ सुनने के साथ उन्हें देखने का भी अवसर सैलानियों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में माधव नेशनल पार्क में तीन बाद्य और लाए जाएगें।
स्वसहायता समूहों के माध्यम से टूरिस्ट गाइडों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा
वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि स्वसहायता के माध्यम से स्थानीय लोगों को चार टैक्सियां उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे सैलानियों को नेशनल पार्क का भ्रमण कराया जा सकेगा। इसके साथ-साथ टूरिस्ट गाइड के रूप में भी स्थानीय लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे स्थानीय स्तर पर भी रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि सैलानियों के आने से स्थानीय होटलों के साथ-साथ होम स्टे माध्यम से भी रोजगार बढ़ेगा।
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