मंदिर जाने पर अघोषित रोक, भक्त जनों में जमकर आक्रोश, धरने पर बैठे मंदिर पुजारीशिवपुरी। चैत्र नवरात्रा के अवसर पर जिला प्रशासन और वन विभाग के द्वारा बैठक कर यह निर्णय लिया गया कि बलारी माता मंदिर में श्रद्धालु दर्शन के लिए जा सकेंगें लेकिन इसी बीच बुधवार को जब नवरात्रा का पहला दिन था तब कई श्रद्धालु मंदिर करने पहुंचे तो उन्हें मुख्य प्रवेश द्वार पर ही वन विभाग की टीम के द्वारा प्रवेश करने से रोक दिया गया। यहां जब श्रद्धालुओं ने प्रवेश के लिए जोर लगाया तब भी वन विभाग ने किसी की नहीं सुनी और जब जानकारी मंदिर के पुजारी तक पहुंची तो वह भी मुख्य द्वार पर पहुंचे और इस तरह के घटनाक्रम पर नाराजगी प्रकट करते हुए धरने पर बैठ गए।
बताना होगा कि कलेक्ट्रेट परिसर में जिला कलेक्टर रविन्द्र चौधरी व पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल सहित वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ मिलकर बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में सहमति के बाद भी बलारपुर पहुंचे मंदिर के श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश नहीं दिया गया। यहां जब कलेक्टर के समक्ष माता बलारी के नवरात्रि के मेले को लेकर वन विभाग और मां बलारी मंदिर प्रबंधन के साथ बैठक हुई थी जिसमें तय किया गया था मंदिर पर जाने वाले किसी भी दर्शनार्थी को रोका नहीं जाएगा लेकिन वन विभाग अपनी वायदे से पलट गया है और आज नवरात्रि के पहले ही दिन वन विभाग ने सभी दर्शनार्थियों को मां बलारी के दर्शन करने से रोकना चालू कर दिया, इसके विरोध में मां बलारी के महंत को मेन गेट पर धरने पर बैठना पड़ा और अभी महाराज धरने पर बैठ गए। बलारी माता के मंदिर पर जाने वाले भक्तों को रोके जाने से भक्त जनों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है वन विभाग के कर्मचारी इस गेट पर मनमानी कर रहे हैं दर्शनार्थियों को मंदिर जाने से रोका जा रहा है।
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