श्री शिव महापुराण कथा में हर्षोंउल्लास से मनाया गया श्रीगणेश-कार्तिकेय जन्मोत्सवशिवपुरी- भगवान शिव-पार्वती के विवाह जहां वैवाहिक संस्कारों के साथ जीवन जीने की प्रेरणा देता है तो पुत्र की भगवान श्रीगणेश की भांति आज्ञाकारी होना चाहिए ताकि हरेक मॉं को अपने पुत्र पर गर्व हो सके, आज भले ही आधुनिक युग चल रहा है लेकिन इस युग में भी हम होनहार और आज्ञाकारी पुत्र की संरचना को पूर्ण कर सकते है बस आवश्यकता है अपने ज्ञान-संस्कार और परिवार की जहां आपकी दी हुई शिक्षा से प्रत्येक मनुष्य अपने पुत्रों को इस मार्ग पर चलने के लिए प्रशस्त करें और जीवन में उसे आगे बढ़ाने का प्रयास करें। भगवान श्रीगणेश के इस आज्ञाकारी पुत्र होने का वृतान्त श्रवण कराया व्यासपीठ से पं.श्री रामस्वरूप बालौठिया (लालगढ़ वाले) ने जो स्थानीय बैंक कॉलोनी स्थित शिव मंदिर पर आयोजित शिव पुराण कथा में भगवान शिव-पार्वती विवाह पश्चात भगवान श्रीगणेश-कार्तिकेय जन्म कथा का वृतान्त श्रवण करा रहे थे।
इस अवसर पर भगवान श्रीगणेश और कार्तिकेय जन्मोत्सव को लेकर कथा पाण्डाल स्थल को आकर्षक गुब्बारे व फूलमाला के साथ सजाया गया था जहां जन्म की कथा का वृतान्त होने के साथ ही यहां जोरदार आतिशबाजी की गई और मिट्टी से बने प्रतीकात्मक श्रीगणेश जी उत्पन्न हुए। इस दौरान व्यासपीठ से भगवान श्री कार्तिकेय जीवन का जीवन भी यहां बताया गया। इस दौरान कथा प्रारंभ से पूर्व सर्वप्रथम भगवान शिव-पार्वती परिवार का पूजन कथा यजमान एवं कथा आयोजक महिला समिति के द्वारा किया गया तत्पश्चात कथा का वृतान्त उपस्थित श्रद्धालुओं को व्यासपीठ से कथावाचक पं.रामस्वरूप बालौठिया के द्वारा श्रवण कराया गया।
बताना होगा कि 16 से 22 फरवरी तक स्थानीय बैंक कॉलोनी स्थित शिव मंदिर पर श्रीशिव पुराण कथा का आयोजन महिला समिति एवं महिला शक्ति के द्वारा किया गया जिसमें प्रतिदिन भगवान की विभिन्न लीलाओं का वर्णन कराया जा रहा है। समस्त धर्मप्रेमीजनों से श्रीशिव पुराण कथा में पहुंचकर धर्मलाभ प्राप्त करने का आग्रह महिला समिति के द्वारा किया गया है। यहां प्रतिदिन कथा श्रवण करने वाले श्रोताओं के द्वारा श्रद्धास्वरूप प्रसाद भी लाकर अर्पित कियाजाता है जो वहां मौजूद समस्त भक्तजनों में वितरित होता है।
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