मनाया विश्व सामाजिक दिवसशिवपुरी/पोहरी-आधुनिक समय में सामाजिक न्याय दिवस का महत्व और बढ़ गया है। संविधान के द्वारा सबको समता का अधिकार दिया गया है। जाति-धर्म,लिंग या किसी अन्य कारण से भेदभाव नहीं किया जा सकता। सरकारें भी भेदभाव मिटाने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। इसके अंतर्गत लोगों को समान अधिकार देने की कोशिश की जा रही है। साथ ही समाज में व्याप्त असमानता को जड़ से समाप्त करना है। इससे समस्त समाज का एकसाथ विकास होगा। यह बात न्यायाधीश रेखा पारासर ने कही। वह सोमवार को कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन द्वारा विश्व सामाजिक न्याय दिवस पर कृष्णा गंज माध्यमिक विद्यालय पोहरी में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहीं थी।
उन्होंने बताया कि हर साल 20 फरवरी को दुनियाभर में विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जाता है। इसे पहली बार साल 2009 में मनाया गया था। इसका मुख्य उद्देश व्यक्ति विशेष में बिना किसी भेदभाव और असमानता के समान अधिकार देना है। साथ ही लोगों को सामाजिक न्याय और समानता के प्रति जागरूक करना है। कार्यक्रम में महिला बाल विकास से सुपरवाइजर विनीता भार्गव, प्रिंसिपल सोहन साय पैकरा, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन ब्लॉक कॉर्डिनेटर गिर्राज धाकड़, शिक्षक कल्याण चंद वर्मा , दोमादर वर्मा ,दामोदर लक्षकार, अरविंद भार्गव ,अनिल दीक्षित, नीलम अग्रवाल, रामदुलारी विश्वकर्मा, प्रेम कुजूर ,परफुल्ला लकरा आदि मौजूद रहे।
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