विद्यालय में बच्चों ने सीखे संस्कार और घर में किया पालनशिवपुरी। बच्चों में धर्म और संस्कार की भावना जागृत करने और उन्हें संस्कार रूपी व्यवहार सिखाने के उद्देश्य से जानकी सेना संगठन द्वारा खोला गया जेएसएस सुंदरकांड विद्यालय अपने उद्देश्य में सफल होता जा रहा है इसका उदाहरण स्कूल में आने वाले बच्चों के परिजनों ने बताया है कि किस तरह से उनके व्यवहार में घर वालों को लेकर परिवर्तन आया है। फिलहाल बोर्ड की परीक्षा प्रारंभ हो चुकी है ऐसे में संगठन द्वारा निर्णय लिया गया है कि फिलहाल सुंदरकांड विद्यालय को विश्राम दिया जाए जिससे बच्चे अपनी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां जोर शोर से कर सकें और अच्छे नंबर ला सकें।
जेएसएस सुंदरकांड विद्यालय का समापन सत्र समारोह स्वरूप गरिमामय ढंग से मनाया गया। जिसमें अतिथि के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय संयोजक ब्रजेश सिंह तोमर,मुख्य आचार्य महाराज अजय शंकर भार्गव,राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत ,श्रीमती चंदर मेहता, श्रीमती सीमा सोनी, श्रीमती दीपा बंसल,संचालक एवं प्रवक्ता धर्मेंद्र तिवारी आदि लोग मौजूद थे, कार्यक्रम के शुभारंभ में छात्रों ने दीप ज्योति मंत्र का सामूहिक उच्चारण कर दीप प्रज्वलन किया गया। यहां पर कार्यक्रम के दौरान जेएसएस सुंदरकांड विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के परिजनों ने बताया कि वह अपने बच्चों के व्यवहारिक परिवर्तन से अचंभित है और खुश भी हैं क्योंकि बच्चे सुबह उठकर प्रात: वंदना के साथ माता पिता के पैर छूने को लेकर भोजन स्नान के समय और रोजाना दिनचर्या के कार्यों के दौरान सभी मंत्रों का उच्चारण करते हैं जो परिजनों के लिए सुखद अनुभूति है।
इसके अलावा बच्चों में सनातन धर्म के धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन भी लगातार कराया जा रहा है। छात्र छात्राओं और शिक्षकों को संगठन की ओर से अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र भेंट किए। विद्यालय संचालक मंडल से उपस्थित रहे महासचिव बॉबी राजा,उपाध्यक्ष लेखराज राठौर,संगठन मंत्री अशोक रावत,सलाहकार चंदा अग्रवाल और व्यवस्थापक सदस्य जन्म जिन्हें प्रशस्ति पत्र भेंट किए गए। संगठन के मीडिया प्रमुख संजय आजाद द्वारा बताया गया है कि बोर्ड परीक्षाओं के बाद जेएसएस सुंदरकांड विद्यालय को दोबारा प्रारंभ कर दिया जाएगा।
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