श्रीबांकड़े हनुमान मंदिर पर बड़े उत्साह और उल्लास के साथ जन्मे भगवान श्रीकृष्णशिवपुरी-इस संसार के प्रत्येक जीव के कल्याण के लिए ही भगवान विभिन्न रूपों में अवतरित होते है और संसार का कल्याण करना ही उनका मुख्य ध्येय रहता है इसलिए मनुष्य रूपी जीव भी भगवान की भक्ति के लिए उनका सानिध्य पाना चाहता है और यह तभी संभव है जब आप किसी बेसहारा को सहारा, किसी के दु:खु को सुख में और नि:स्वार्थ सेवा से दूसरों के लिए कार्य करेंगें तब निश्चित ही इस मानवरूपी देह का कार्य पूर्ण हो सकेगा, इसलिए ईश्वर के बताए मार्ग पर चलें और अपने जीवन का कल्याण करें, कभी भी किसी को दिल ना दु:खाऐं बल्कि उसे सांत्वना और साहस दें ताकि वह भी आगे चलकर अन्य लोगों को यह प्रेरणा दे सकें।
मनुष्य के दु:ख और संताप को भगवान के जन्म रूपी कथा से दूर करने का यह मार्ग प्रशस्त किया श्रीबांकड़े हनुमान सेवा संस्थान शिवपुरी द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में प्रसिद्ध श्रीमद् भागवत कथा वाचक डा.गिरीश जी महाराज ने जो स्थानीय प्रसिद्ध सिद्ध क्षेत्र श्रीबांकड़े हनुमान मंदिर पर आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा एवं नवकुण्डीय विष्णु महायज्ञ कार्यक्रम में अपने आर्शीवचन व्यासपीठ से प्रदान कर रहे थे। कथास्थल पर अभा प्रजापति महासभा के राष्ट्रीय कार्य. अध्यक्ष हरज्ञान प्रजापति सपत्निक पहुंचे और महाराजश्री से आर्शीवाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को लेकर पाण्डाल में व्यापक व्यवस्थाऐं की गई और मावा-मिश्री का प्रसाद श्रद्धालुजनों में वितरित किया गया। कथा प्रारंभ से पूर्व आचार्यत्व का दायित्व श्रीबांकड़े हनुमान मंदिर के महंत गिरिराज जी महाराज के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण विधि से किया गया तत्पश्चात श्रीविष्णु नवकुण्डीय महायज्ञ में शामिल यजमानों के द्वारा श्रीमद् भागवत पूजन किया गया और इसके बाद श्रीमद् भागवत कथा का वाचन व्यासपीठ से डॉ.गिरीशजी महाराज के द्वारा किया गया जिन्होनें भगवान श्रीकृष्ण जन्म कथा का वृतान्त श्रद्धालुओं को श्रवण कराया। कथा में अब भगवान की बील लीलाऐं और अन्य कथाओं का श्रवण कराया जाएगा। समस्त धर्मप्रेमीजनों से कथा स्थल श्रीबांकड़े हनुमान मंदिर पहुंचकर अधिक से अधिक संख्या में धर्मलाभ लेने का आग्रह किया गया है।
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