शिवपुरी-रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी द्वारा विगत 26-27 फरवरी को आयोजित किए गए दो दिवसीय बुंदेलखंड किसान मेला सह प्रदर्शनी के स्टॉल प्रतियोगिता में राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर के अधीन कार्यरत-कृषि विज्ञान केन्द्र, शिवपुरी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। कुलपति प्रो. अरविन्द कुमार शुक्ला एवं निदेशालय विस्तार निदेशक विस्तार सेवाएं, डॉ.वाय.पी. सिंह तथा निदेशक अटारी जोन 9, जबलपुर डॉ.एस.आर.के.सिंह के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में कृषि विज्ञान केन्द्र, शिवपुरी द्वारा बुंदेलखंड किसान मेला में सहभागिता करते हुए शिवपुरी जिले के कृषि एवं कृषिगत गतिविधियों के उन्नत प्रदर्शनों, तकनीकियों के प्रसार जिसमें प्रमुखता से एक जिला एक उत्पाद मूंगफली, टमाटर उत्पादन एवं प्रसंस्करण गतिविधियां के प्रादर्श, जिले की फसल परिदृश्य का प्रतिनिधित्व के साथ म.प्र. के ग्रीनजोन में शामिल जिला शिवपुरी की फसल विविधता-अजवाइन, धनियां, कलौंजी, ब?ती फूलों की खेती, समन्वित कृषि प्रणाली मॉडल-वर्षाजल संरक्षण, कड़कनाथपालन से स्वरोजगार एवं नवाचार गतिविधियों में अधिक मूल्यवान फसल स्ट्राबेरी की सफल खेती के परीक्षण सह प्रदर्शन के जीवंत (लाइव) प्रादर्शों को प्रदर्शन स्टॉल में रखा गया।प्राकृतिक खेती प्रोत्साहन में शिवपुरी जिले को मिला प्रथम स्थान
आगंतुकों को विस्तार से जानकारी एवं कृषि साहित्य जिसमें प्रमुखता से प्राकृतिक खेती प्रोत्साहन इत्यादि को प्रदाय करते हुए केन्द्र पर निर्मित किया हुआ जीवामृत उत्पाद को भी प्रदर्शनी स्टॉल में प्रदर्शित किया गया। बुंदेलखंड के विभिन्न जिलों एवं अन्य क्षेत्रों से आये कृषि विज्ञान केन्द्रों के मूल्यांकन एवं चयन समिति द्वारा प्रथम स्थान पर कृषि विज्ञान केन्द्र, शिवपुरी को चयन किया गया। बतौर प्रशस्ति पत्र प्रदाय करते हुए आयोजन अतिथियों एवं रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी के कुलपति डॉ.ए.के.सिंह एवं निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ.एस.एस.सिंह, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय डॉ.एस.के.चतुर्वेदी एवं निदेशक शिक्षा डॉ.अनिल कुमार सिंह द्वारा प्रदाय किया गया।
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