कृभकों संस्था के द्वारा विक्रेता संगोष्ठी का आयोजन, बताया फसल उत्पादन का महत्वशिवपुरी- आज कल देखने में आ रहा है कि अधिकांश फसल में उत्पादन अधिक ना होने के कारण परेशान रहते है लेकिन इस परेशानी का समाधान चाहिए तो इसके लिए आवश्यक है कि खेत में की जाने वाली फसल का सबसे पहले तो मृत परीक्षण कराऐं उसके बाद फसल करनी है तो बार-बार बदलकर करें ताकि उससे मिट्टी की उर्वरक शक्ति भी बनी रहे और उससे फसल भी अच्छी हो, कृभको ने हमेशा कृषकों को मार्गदर्शन प्रदान किया है और कृभकों के नियम निर्देशों का कृषक पालन करें तो कभी फसल में कोई परेशानी और नुकसान का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह बात कही अपने अनुभव के आधार पर कृषि विज्ञान केन्द्र कृषि वैज्ञानिक डॉ.मुकेश भार्गव ने जो स्थानीय होटल मातोश्री में कृभको संस्था द्वारा आयोजित विक्रेता संगोष्ठी कार्यक्रम को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक अमृतलाल सड़ैया, कृभको के एच एण्ड टी कॉन्टे्रक्टर हरज्ञान प्रजापति, जिला प्रभारी कृभको संस्था राजकुमार यादव मंचासीन रहे। इस दौरान मंचासीन अतिथियों को विभिन्न कृभकों केा विक्रेता छाजेड़ बन्धु से धर्मचंद छाजेड़, राजेन्द्र ब्रदर्स से वीरेन्द्र जैन, मॉं पीताम्बरा ट्रेडर्स से यश यादव सहित करीब तीन दर्जन से अधिक विक्रेता यहां मौजूद रहे जिन्होंने मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर कृभकों के जिला प्रभारी राजकुमार यादव के द्वारा कृभकों के फसल उत्पादन को लेकर विभिन्न उत्पादों की जानकारी उपस्थित विक्रेताओं को प्रदान की गई जिसमें बताया कि वह किस प्रकार से मृदा परीक्षण कराने के बाद अच्छी उर्वरक की फसल प्राप्त कर सकते है,फसल में कितनी उर्वरक चाहिए, कैसे उसका उपयोग किया जाए आदि कई तरह की महत्वपूर्ण जानकारी यहां प्रदान की गई। इस अवसर पर विक्रेताओं ने भी अपनी कई जिज्ञासाओं का समाधान यहां प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंत में आभार व संचालन जिला प्रभारी कृभको संस्था राजकुमार यादव के द्वारा व्यक्त किया गया।
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