गृह दाम्पत्य जीवन को लेकर जगद्गुरू के द्वारा दिए गए आर्शीवचन, आज मनाया जाएगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सवशिवपुरी-देखने में आता है कि आज के इस युग में पति-पत्नि समन्वय के साथ नहीं रह रहे है, लेकिन यदि पति-पत्नि अपनी-अपनी मर्यादाओं को ख्याल रखेंगें तब निश्चित ही यह मानव रूपी जीवन सफल हो जाएगा, कहा भी गया है कि बेटियां एक नहीं दो कुलों का नाम रोशन करती है, माता सीता को हम देख सकते है कि किस प्रकार से उन्हेांने प्रतिव्रता होने का प्रमाण भगवान राम के साथ वनगमन के रूप में दिया तो वहीं दूसरी ओर जनक पुत्री होने के नाते अपने मायके भी वह पूज्यनीय रहीं, इसी प्रकार से जीवन में प्रत्येक पति-पत्नि को भी अपनी मान-मर्यादाओं का ख्याल रखना होगा ताकि वह अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा का कार्य कर सकें।
यह आर्शीवचन दिए श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से प्रसिद्ध श्रीमद् भागवत कथा वाचक जगद्गुरू रामानुजाचार्य श्री रत्नेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने जो स्थानीय फतेपुर रोड़ स्थित श्रीराम सिनेमा के पासा हरज्ञान-श्रीमती प्रेम बाई प्रजापति परिवार द्वारा आयोजित कथा में आर्शीवचन प्रदान कर रहे थे। इस दौरान कथा प्रारंभ से पूर्व कथा यजमान परिजनों हरज्ञान-दाताराम, घनश्याम आदि के द्वारा सपत्निक श्रीमद् भागवत कथा पूजन किया गया तत्पश्चात व्यासपीठ से महाराज श्री से आर्शीवाद प्राप्त किया गया।
कथा के दौरान जगद्गुरू के द्वारा भगवान की लीलाओं की विभिन्न कथाओ का वृतान्त श्रवण कराया गया इसके साथ ही वर्तमान समय में जीवन को किस प्रकार से जिया जाए इसे लेकर भी महत्वपूर्ण प्रवचन दिए गए। इस अवसर पर कथा के मुख्य यजमान हरज्ञान प्रजापति समाज दाताराम प्रजापति, घनश्याम प्रजापति, समाजसेवी अमन गोयल, राजेश गोयल, केशवदास गोयल, मुकेश कर्ण, राजू ग्वाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे जिन्होंने व्यवस्थाओं को बनाए रखने में सहयोग प्रदान किया। प्रजापति परिवार के द्वारा समस्त धर्मप्रेमीजनों से प्रतिदिन कथा स्थल फतेहपुर रोड़ स्थित श्रीराम सिनेमा के पास दोप.1 बजे से सायं 5 बजे तक कथा पाण्डाल में शामिल होकर धर्मज्ञान ग्रहण करने का आग्रह किया है।
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