शुकदेव परीक्षित जन्मकथा का बताया वृतान्त, आज श्रवण कराई जाएगी सती-ध्रुव एवं भक्त प्रहलाद चरित्रशिवपुरी-जीवन का शाश्वत सत्य है श्रीमद् भागवत कथा, इसलिए श्रीमद्भागवत कथा जीवन के सत्य का ज्ञान कराने के साथ ही धर्म और अधर्म के बीच के फर्क को बताती है, कथा श्रवण से सूना जीवन धन्य हो जाता है, श्रीमद्भागवत कथा में जीवन का सार छिपा है। यह प्रेम और करुणा की महत्ता समझाती है, जीवन में घर द्वार छोड़कर वन में चले जाने ही वैराग्य नहीं होता बल्कि अपने अंत:करण की शुद्धता इसमें नितांत आवश्यक है, जीवन में विचारों का आदान प्रदान रोम-रोम से होता है इसके लिए सिर्फ नाक, कान और आखें ही नहीं होती हैं, इसलिए कथा श्रवण करते हुए उसे आचरण में भी उतारना चाहिए। श्रीमद् भागवत कथा का यह शाश्वत सत्य श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से बताया कि प्रसिद्ध श्रीमद् भागवत कथा वाचक जगद्गुरू रामानुजाचार्य श्री रत्नेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने जो स्थानीय फतेपुर रोड़ स्थित श्रीराम सिनेमा के पासा हरज्ञान-श्रीमती प्रेम बाई प्रजापति परिवार द्वारा आयोजित कथा में आर्शीवचन प्रदान कर रहे थे।
इस दौरान कथा प्रारंभ से पूर्व कथा यजमान परिजनों हरज्ञान-दाताराम, घनश्याम आदि के द्वारा सपत्निक श्रीमद् भागवत कथा पूजन किया गया तत्पश्चात व्यासपीठ से महाराज श्री से आर्शीवाद प्राप्त किया गया। इसके साथ ही द्वितीय दिवस की कथा का वृतान्त जगद्गुरू रामानुजाचार्य श्री रत्नेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज के श्रीमुख से शुकदेव परीक्षित जन्म कथा का वृतान्त श्रवण कराया गया। इसके साथ ही आज कथा के तीसरे दिन सती-ध्रुव एवं भक्त प्रहलाद चरित्र कथा का वर्णन किया जाएगा।
इस अवसर पर कथा के मुख्य यजमान हरज्ञान प्रजापति समाज दाताराम प्रजापति, घनश्याम प्रजापति, समाजसेवी अमन गोयल, राजेश गोयल, केशवदास गोयल, मुकेश कर्ण, राजू ग्वाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे जिन्होंने व्यवस्थाओं को बनाए रखने में सहयोग प्रदान किया। प्रजापति परिवार के द्वारा समस्त धर्मप्रेमीजनों से प्रतिदिन कथा स्थल फतेहपुर रोड़ स्थित श्रीराम सिनेमा के पास दोप.1 बजे से सायं 5 बजे तक कथा पाण्डाल में शामिल होकर धर्मज्ञान ग्रहण करने का आग्रह किया है।
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