6 बिन्दु को रखने के बाद कर दिए गए आनन फानन में पासशिवपुरी। करीब 4 माह बाद नगर पालिका परिषद की द्वितीय परिषद की बैठक (सम्मेलन)का आयोजन मंगलवार को नपा प्रांगण में किया गया। इस बैठक में मुख्य रूप से हंगामे के साथ ही 6 बिन्दुओं को रखते हुए पास कर दिया गया और बाद में बैठक संपन्न की गई। बैठक में मुख्य रूप से नपाध्यक्ष श्रीमती गायत्री शर्मा ने प्रमुख बिन्दुओं को रखा और उन्हें परिषद के समक्ष रखते हुए पास करने को लेकर बात कही, जिस पर कुछेक पार्षदों ने आपत्ति दर्ज कराई और हंगामा भी किया बाबजूद इसके अधिकांश सभी प्रस्ताव पास किए गए। यह बैठक मात्र 45 मिनट तक ही चली। यहां नेता प्रतिपक्ष श्रीमती शशि शर्मा का कहना था कि विवादित बिंदु पर चर्चा से पहले ही अध्यक्ष महोदय उठकर चली गई इसका हम विरोध करते है। परिषद में रखा गया 6वां बिदु जो रखा गया था अगर उसको मान लें तो परिषद की बैठक का क्या मतलब है। इस सम्मेलन में 6 बिंदु रखे गए थे। अंतिम बिंदु में लिखा गया था कि अध्यक्ष से अन्य प्रकरण रखे जाने हेतु विचारार्थ, यह कौन से प्रकार थे यह किसी को जानकारी नही है। इस बिंदु पर परिषद की बैठक होने से पहले ही आपत्ति दर्ज करा दी थी, जब यह बिंदु चर्चा के लिए आया तो उससे पहले ही शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा सम्मेलन से उठकर चली गई। बैठक समापन का विरोध नपा उपाध्यक्ष सरोज व्यास और उनके सांसद प्रतिनिधि पति रामजी व्यास ने किया। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई तथा बैठक में से अध्यक्ष गायत्री शर्मा, सीएमओ केशव सिंह सगर और पार्षद उठकर चले गए।
नियम कानून के विपरीत संचालित हो रही है नपा, यह उचित नहीं : सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास
नगर पालिका की परिषद बैठक में सांसद प्रतिनिधि के रूप में मौजूद रामजी व्यास ने पत्रकारों से हुई चर्चा में बताया कि नियम कानून के विपरीत नगर पालिका संचालित हो रही है जो कि उचित नहीं है, उन्होंने कहा कि नगर पालिका में पारदर्शिता से काम नहीं हो रहा है। परिषद की बैठक में पार्षदों यहां तक कि नपा उपाध्यक्ष को भी बोलने का मौका नहीं दिया जाता। माइक बंद कर दिया जाता है। नपा के संचालन में कानून और प्रक्रिया के तहत नगर पालिका का संचालन हो, सबका सहयोग लें, जिसमें कोई निजी हित की बात करें तो न मानें, नगर के विकास कार्यों को लेकर सभी 39 वार्डों में एकसाथ विकास कार्य किए जाए, सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास के द्वारा नगर पालिका परिषद की द्वितीय बैठक में पहली बार शामिल हुए नपा सीएमओ केशव सगर पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएमओ के द्वारा बैठक की प्रोसिडिंग नहीं लिखी गई, जो कि नियमों के मुताबिक सीएमओ को प्रोसेडिंग लिखना चाहिए, यदि यही रवैया रहा तो भविष्य में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई कराते हुए निलंबन की मांग की जाएगी।
स्वयं पर दर्ज प्रकरण पर नपा उपाध्यक्ष ने भी जताई नाराजगी
अवैध कॉलोनी काटने के मामले में नपा उपाध्यक्ष श्रीमती सरोज व्यास के द्वारा भी परिषद की बैठक में नाराजगी व्यक्त की गई और उन्होंने बताया कि मैं एक पारम्परिक महिला हूं और घर से बाहर भी नहीं निकलती। लेकिन मुझ पर भी आपराधिक प्रकरण कायम हो गया। उन्होंने अपने पदीय दायित्व का सही रूप से निर्वहन ना होने को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यदि नगर पालिका उपाध्यक्ष को ही अपनी बात रखने का अवसर ना मिले तो फिर ऐसे पद रखा ही क्यों है, क्यों नहीं इसे समाप्त कर दिया जाता। जिसमें स्वयं नपा उपाध्यक्ष होने के बाद भी हमारी कोई सुनवाई नहीं है। हालात यह है कि हमारे वार्ड में गली-मोहल्ले की नाली भी नहीं बन पा रहीं।
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