रेंजर अनुराग तिवारी के नेतृत्व में 24 घंटे के भीतर आरोपी फॉरेस्ट टीम की गिरफ्त में शिवपुरी/खनियांधाना- वन्य प्राणियों का शिकार करने वाले आरोपी वन विभाग के हाथ उस समय लग गए जब आरोपियों के द्वारा सूअर मारने के लिए जाल बिछाया गया था लेकिन इस जाल में फंसकर वन्य प्राणी तेंदुऐं की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर तत्काल पिछोर वन परिक्षेत्राधिकारी अनुराग तिवारी ने वन अमले को लेकर मौके पर पहुंचे और मौके से वन्य प्राणी के मारने वाले आरोपियों को पकड़ लिया गया। यह घटना जिले के पिछोर वन परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले खनियांधाना के हिंडोराखेड़ी गांव के डोंगा की है जहां एक तेंदुआ मृत अवस्था में मिला है।
मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग के डीएफओ मीणा मिश्रा में मार्गदर्शन में एसडीओ एमके सिंह वन परीक्षेत्र अधिकारी अनुराग तिवारी ने मौके पर पहुंचकर शव का परीक्षण कर बताया था की तेंदुए का शिकार जाल लगाकर किया गया है वनपरिक्षेत्र की टीम निरंतर शिकारियों की तलाश में जुटी थी और 24 घंटे के भीतर तेंदुए का शिकार करने वाले दो आरोपियों छोटे लाल जाटव,सुरेश जाटव को पिछोर वन परिक्षेत्र अधिकारी रेंजर अनुराग तिवारी ने दो आरोपियो वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी शिकारियों ने शिकार की बात स्वीकार की है, वन विभाग ने आरोपी शिकारियों को न्यायालय में पेश किया जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया।
बताया गया है कि सुअर का शिकार करने के लिए खेत में फैलाए गए जाल में जंगली सुअर की जगह तेंदुआ फंस गया था, इसे छिपाने आरोपितों ने घटनास्थल से करीब 250 मीटर दूर स्थित तेंदुआ का शव फेंक दिया था पूछताछ के दौरान हिरासत में लिए गए दोनो आरोपितों ने वन अमले के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, आरोपितों ने वन अमले को दिए बयान में बताया कि करीब पिछले महीने पहले खेत में फैलाए गए जाल की चपेट में एक जंगली सुअर आ गया था जिसका मांस आरोपितों ने खाया था।
दोबारा जंगली सुअर को फंसाने जाल फैलाया गया था जिसकी चपेट में आने से तेंदुआ मृत हो गया, दोनों शिकारी पौधे स्टीमी गिरफ्त में है इस संपूर्ण कार्यवाही में खनियाधाना डिप्टी रेंजर रवि शंकर पटेरिया, बामोरकलां डिप्टी रेंजर सुदामा मिश्रा सहित वन रक्षक रुद्र पुरोहित, प्रशांत दांगी, केसव झा, राघवेंद्र रावत, अवधेश सिंह एवं वाहन चालक मनभान सिंह व एस.एफ.बल की एहम भूमिका रही।
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