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Monday, December 19, 2022

प्रयास गौरव सम्मान समारोह: चयनित छात्रों के अभिभावकों को किया सम्मानित



प्रयास अकादमी की अभिनव पहल. 

शिवपुरी/करैरा-स्थानीय प्रयास अकेडमी के द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों में ऊर्जा के सतत संचार तथा संस्थान के उन अध्येताओं जिन्होंने पुलिस विभाग और एस एस सी सी जी एल एवं मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग की प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की, के  अभिभावकों के सम्मान निमित्त, सफलता के नित नए कीर्तिमान रचती क्षेत्र की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था; प्रयास अकादमी करेरा, “एक क़दम सफलता का” ने “प्रयास गौरव सम्मान समारोह” आयोजित किया।  

सम्मान समारोह में सफलतम शिक्षार्थियों के अभिभावकों को अतिथियों द्वारा शील्ड व प्रशस्ति पत्र देकर प्रयास “गौरव सम्मान” से सम्मानित किया गया।

  कार्यक्रम का शुभारंभ श्री सिद्धी विनायक पूजन के साथ आरंभ हुआ।   कार्यक्रम में मुख्य आतिथ्य डी.आई.जी. माननीय सुरिंदर खत्री डीआईजी आई. टी. बी. पी.करेरा , विशिष्ट आतिथ्य माननीय डिप्टी कमांडेंट कमलेश कमल जी ( असिस्टेंट कमांडेंट,आई. टी. बी. पी. करेरा तथा  अनुविभागीय अधिकारी ( सामान्य प्रशासन,करेरा, माननीय दिनेश चंद्र शुक्ल साहब उपस्थित रहे, कार्यक्रम अध्यक्षता   शारीरिक प्रशिक्षक माननीय धर्मेश चौरसिया केन्द्रीय विद्यालय आई. टी. बी. पी.करेरा  द्वारा की गई. 

स्वागत भाषण संस्थान के संचालक,मार्गदर्शक चौरसिया विजेंद्र ‘सहज’ द्वारा किया गया साथ ही उन्होंने छात्रों को “ज़िद नहीं संकल्प बली" की परिपाटी दी। कार्यक्रम में प्रारम्भिक उद्बोधन क्षेत्र के सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री सतीश श्रीवास्तव जी द्वारा दिया गया जिन्होंने “पाषाण से परमात्मा की यात्रा का प्रेरक संभाषण किया।” साहित्यकार श्री भारती जी ने चेताया कि विषम परिस्थितियों में संबल, धैर्य ने खोए “निश्चित कोई निवारण होगा।” साथ ही विशिष्ट अतिथि जी ने सफलता का मानक " कोई व्यक्ति कहां पहुंचा” से नहीं बल्कि “कोई मानव कहां से कहां तक पहुंचा” के सांचे में ढालकर सफलता और संघर्ष की परिभाषा को स्थापित किया।

साथ ही एसडीएम साहब ने प्रयासरत छात्रों को ” प्रार्थनाओं,कामनाओं पर विश्वास करने के स्थान पर कर्मवीर बनने की शिक्षा दी।” अध्यक्ष जी ने कहा कि, “परिस्थिति कैसी भी हो स्वयं को स्थापित कर नूतन मानक स्थापित करना चाहिए।” मुख्य अतिथि जी ने: “हम जहां हैं, जो हैं। वहां हमें सदैव पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करने चाहिए ऐसी सीख चयनित छात्रों को दी।”

कार्यक्रम का सफल संचालन चन्द्र भान सिंह राजपूत ने किया तथा कार्यक्रम का समापन और आभार संस्थान के संचालक सौरभ गुप्ता द्वारा अभिव्यक्त किया गया।

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