शगुन वाटिका में गोयल परिवार के द्वारा आयोजित है श्रीमद्भागवत कथाशिवपुरी-जिस मनुष्य ने अपने जीवन में ज्ञान को धारण नहीं किया उस मनुष्य का जीवन ही व्यर्थ, वह इसलिए कि श्रीमद् भागवत कथा हमेशा धर्म-ज्ञान का मार्ग प्रशस्त करती है और मनुष्य के विवेक और ज्ञान को बढ़ाने वाली होती है इससे पूरा जीवन ही एक नई दिशा की ओर जाता है ऐसे में जिसने भी प्रभु की वाणी श्रीमद् भागवत का ज्ञान अर्जन किया है निश्चित ही उसके जीवन में सदैव सुख-समृद्धि और यश-वैभव हमेशा रहा है इसलिए जब भी कभी श्रीमद् भागवत कथा ही नहीं बल्कि ज्ञान अर्जन वाली कोई वाणी या कथा वृतान्त श्रवण करो तो उसे जीवन में धारण भी करना चाहिए तभी यह मनुष्य जीवन सार्थक होगा।
जीवन की इस सार्थकता पर प्रकाश डाला प्रसिद्ध संत शिरोमणि अरविन्द जी महाराज ने जो स्थानीय कमलागंज के आगे शगुन वाटिका मैरिज हॉल में गोयल परिवार के द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में उपस्थित श्रद्धालुओं के लिए आर्शीवचन प्रदान प्रदान कर रहे थे। कथा प्रारंभ से पूर्व कथा के मुख्य यजमान शिशिर गोयल निखिल गोयल अखिल गोयल और समस्त गोयल परिवार की ओर से इस भागवत कथा का पूजन किया गया तत्पश्चात व्यासपीठ से श्रीमद् भागवत कथा के आर्शीवचन प्रदान करने वाले संत शिरोमणि अरविन्द जी महाराज का पूजन किया गया।
गोयल परिवार के द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा आगामी 29 दिसम्बर तक अनवरत रूप से जारी रहेगी जिसमें प्रतिदिन भगवान की विभिन्न लीलाओं और मोक्ष प्रदाय करने वाले आर्शीवचन कथा प्रांगण में मौजूद श्रद्धालुओं को प्राप्त होंगें। कथा के चतुर्थ दिवस पर प्रसिद्ध श्रीमद् भागवत कथा वाचक अरविन्द जी महाराज के द्वारा भक्त प्रहलाद कथा, गजेन्द्र मोक्ष, समुद्र मंथन, वली वामन, श्रीराम जन्म कथा, श्रीकृष्ण जन्म (नंदोत्सव)बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया।
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