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Shishukunj

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Sunday, December 4, 2022

मंशापूर्ण मंदिर पर उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव



कुशवाह परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा पं.श्रीसंतोषकृष्ण दुबे ने सुनाया श्रीकृष्ण जन्म कथा का वृतान्त

शिवपुरी-नंद के आनंद भयो..जय कन्हैया लाल की...हाथी घोड़ा पालकी...जय कन्हैया लाल की.. इन संगीतमय श्रीकृष्ण जन्म के गीतों के साथ स्थानीय श्रीमंशापूर्ण मंदिर परिसर में बड़े ही उत्साह और उल्लास के साथ श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। इस दौरान कथा के यजमान श्रीमती सरोज-मुकेश कुशवाह व श्रीमती कल्पना-दिनेश कुशवाह परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का वृतान्त बड़े ही सरल शब्दों में व्यासपीठ से श्रीधाम वृन्दावन से पधारे कथा व्यास पं.श्रीसंतोषकृष्ण दुबे जी महाराज के द्वारा श्रीमुख से वर्णन किया गया। 

इस दौरान बड़े ही आकर्षक ढंग से मंशापूर्ण मंदिर को सजाया गया और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को लेकर व्यापक तैयारियां की गई। यहां श्रीकृष्ण जन्म होते ही मावा-मिश्री और टॉफियों को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। कथा के यजमान परिजन एक अबोध बालक को सिर पर रखकर कथा स्थल पर आए और सभी श्रद्धालुओं के द्वारा अबोध बालक को श्रीकृष्ण स्वरूप मानते हुए पालने में ही चरण छूकर आर्शीवाद प्राप्त किया गया। इसके पश्चात श्रीमद् भागवत कथा के अन्य प्रसंगों पर व्यासपीठ से श्री दुबे जी महाराज द्वारा कथा का श्रवण श्रोताओं को कराया गया। 

मंशापूर्ण मंदिर पर आयोजित कथा का यह आयोजन 7 दिसम्बर तक जारी रहेगा जिसमें कथा के चतुर्थ दिवस के अवसर पर श्रीकृष्ण बाल-लीला के साथ भगवान के द्वारा गोवर्धन पूजा एवं छप्पन भोग दरबार दरबार सजाया गया जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लेते हुए प्रसाद ग्रहण किया। कथा के पांचवें दिवस पर रासलीला, कंसवध, उद्वव गोपी संवाद कथा का वर्णन होगा साथ ही 6 दिसम्बर को श्रीकृष्ण-रूकमणी विवाह एवं सुदामा चरित्र के साथ हवन-पूजन-पुर्णाहुति के साथ कथा को विराम दिया जाएगा।  

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