श्रीकृष्ण जन्म उद्घोष के साथ श्रीमद् भागवत कथा में झूम उठे श्रद्धालु
शिवपुरी-नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैय लाल की... इन्हीं जयघोष के साथ जैसे ही भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरे कथा पाण्डाल में मौजूद श्रद्धालुजन झूम उठे। यह नजारा था शहर के एबी रोड़ स्थित शगुन वाटिका का जहां प्रसिद्ध संत शिरोमणि अरविन्द जी महाराज के पावन सानिध्य में गोयल परिवार के द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण उत्सव बड़े ही उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। कथा प्रारंभ से पूर्व कथा के मुख्य यजमान शिशिर गोयल निखिल गोयल अखिल गोयल और समस्त गोयल परिवार की ओर से इस भागवत कथा का पूजन किया गया तत्पश्चात व्यासपीठ से श्रीमद् भागवत कथा के आर्शीवचन प्रदान करने वाले संत शिरोमणि अरविन्द जी महाराज का पूजन किया गया।
कथा वृतान्त के समय भगवान श्रीकृष्ण की कथा को लेकर कथा पाण्डाल को बड़े ही आकर्षक स्वरूप से सजाया गया था और यहां भगवान के जन्म पर मावा-मिश्री, खेल, खिलौने और प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी आयोजक परिवार के द्वारा की गई थी। दही हाण्डी फोडऩे के रूप में बाल लीला का वर्णन भी यहां श्रवण कराया गया। इस दौरान कथा के यजमान गोयल परिवार सिर पर अबोध बालक को लेकर श्रीकृष्ण जन्म उत्सव कथा में पहुंचे तो सभी श्रद्धालुओं ने दोनों हाथों से प्रभु स्वरूप मानते हुए आगवानी की और आर्शीवाद ग्रहण किया।
गोयल परिवार के द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा आगामी 29 दिसम्बर तक अनवरत रूप से जारी रहेगी जिसमें प्रतिदिन भगवान की विभिन्न लीलाओं और मोक्ष प्रदाय करने वाले आर्शीवचन कथा प्रांगण में मौजूद श्रद्धालुओं को प्राप्त होंगें। कथा के चतुर्थ दिवस पर प्रसिद्ध श्रीमद् भागवत कथा वाचक अरविन्द जी महाराज के द्वारा भक्त प्रहलाद कथा, गजेन्द्र मोक्ष, समुद्र मंथन, वली वामन, श्रीराम जन्म कथा, श्रीकृष्ण जन्म (नंदोत्सव)बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया।
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