पर्यावरण शुद्धि के लिए हो रहा महायज्ञ, नगर में एक दिन पूर्व निकाली गई थी महाकलश यात्राशिवपुरी। शिवपुरी शहर के फिजिकल पर स्थित गायत्री शक्तिपीठ गायत्री मंदिर पर शुक्रवार से 24 कुंडीय महायज्ञ का श्रीगणेश हो गया हैं। पर्यावरण शुद्धि के लिए संपन्न हो रहे इस महायज्ञ से एक दिन पूर्व गुरुवार को महाकलश यात्रा निकाली गई। इस मंगल कलश यात्रा की मंगल आरती शिवपुरी की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नेहा यादव ने की। गायत्री परिवार के द्वारा देश में यज्ञ पिता का घर घर में पहुंचाने का कार्य पिछले कई वर्षो से किया जा रहा है। गायत्री परिवार के संस्थापक परम पूज्य गुरूदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने यज्ञ का आध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्व के विषय में समझाया,यज्ञ को घर घर में पहुंचाने वाले गायत्री परिवार के द्वारा शिवपुरी में गायत्री मंदिर फिजिकल पर पर्यावरण शुद्धि के संकल्प के साथ 24 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा हैं। गुरूवार को इस महा?ज्ञ के तत्वाधान में माधव चौक पर स्थित हनुमान मंदिर से गायत्री मंदिर तक मंगलकलश यात्रा का निकाली गई थी इस यात्रा में लगभग 250 महिलाओ ने भाग लिया।
शुक्रवार की सुबह देव पूजन के बाद शुरू हुआ महायज्ञ
जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट शिवपुरी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सभी लोगो को आमंत्रित किया गया था। मुख्य प्रबंध ट्रस्टी श्री अनिल रावत ने बताया गया कि आज देव पूजन के क्रम में यज्ञशाला में सभी देवताओं का विधि विधान से आह्वान किया गया और इसी के साथ पर्यावरण शुद्धी के संकल्प के साथ 24 कुंडीय महायज्ञ शुरू किया गया। इस महायज्ञ में परिवार सहित 200 लोगो ने यज्ञ वेदी में प्रज्वलित अग्नि के श्रीमुख के माध्यम से देवताओं को लगभग 21 हजार आहुतियां दी गई।
लगाया गया साहित्य का स्टॉल
इस कार्यक्रम में गायत्री मंदिर परिसर में परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा लिखित साहित्य का स्टॉल लगाया गया हैं। इस स्टॉल में ज्ञान से भरा साहित्य का विक्रय न्यूतम रेट पर किया जा रहा हैं इस स्टॉल में धर्म,संस्कृति,पारिवारिक,सामाजि
शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे है टोली नायक
इस महायज्ञ को संपन्न कराने के लिए शांतिकुंज हरिद्वार से टोली नायक श्री संदीप पाण्डेय जी अपनी सहगियो सहित शिवपुरी पधारे है। श्री पाण्डेय जी के द्वारा संस्कार पर भी प्रकाश डाला और बताया कि हमारे लिए यज्ञ क्यो आवश्यक है इससे आध्यात्मिक विकास के साथ साथ वैज्ञानिक महत्व भी बताया।
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