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Tuesday, November 29, 2022

कॉमनवेल्थ पावर लिफ्टिंग में भारत का विजय पताका फहराने बाली ग्राम मझेरा की बिटिया मुस्कान शेख का हो सम्मान


मुस्कान की जीत पर प्रधानमंत्री जी,मुख्यमंत्रीजी,खेलमंत्रीजी सहित अन्य शीर्ष नेतृत्व के नाम

शिवपुरी-वेट लिफ्ंिटग में शिवपुरी का नाम रोशन करने वाली मुस्कान शेख की प्रतिभा के साथ अन्य दबी-छुपी हुई प्रतिभाओं को अर्थाभाव में स्वयं को कमजोर महसूस ना करना पड़े, इसलिए आवश्यक है कि ऐसी प्रतिभाऐं जो विश्व पटल पर अंचल शिवपुरी का नाम गौरान्वित करती है उन्हें सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाना आवश्यक है ताकि अन्य प्रतिभाऐं भी प्रेरणा लेकर आगे बढ़ें और अंचल शिवपुरी का नाम रोशन कर सकें।

यहां अपने विचार प्रकट करते हुए वरिष्ठ पत्रकार बृजेश सिंह तोमर का कहना है कि छोटे से गांव मझेरा की एक बिटिया मुस्कान शेख ने न्यूजीलैंड में आयोजित कॉमनवेल्थ पावरलिफ्टिंग कंपटीशन में 4 गोल्ड मेडल जीतकर जिले या प्रदेश का ही नहीं बल्कि देशभर का नाम रोशन किया है। यकीनन ये उपलब्धि हम सबके लिए गर्व की बात है और इस उपलब्धि के लिए मुस्कान शेख का सम्मान करना हम सबका दायित्व है। अपने विचार प्रकट करते हुए वरिष्ठ पत्रकार बृजेश सिंह तोमर व्यक्तिगत रूप से मानना है कि खेल प्रतिभाओं को गांव-गांव से सामने लाने के लिए आपकी तमाम योजनाएं संचालित हैं किन्तु इन प्रतिभाओं को राष्ट्रीय- अंर्तरराष्ट्रीय क्षितिज तक लाने में परिवार के सामने सर्वाधिक महत्वपूर्ण धन की कमी आड़े आती है जिनसे दबकर वह प्रतिभाएं गुमनामी के अंधेरे में दम तोड़ देती है। 

मुस्कान शेख के पिता दारा मोहम्मद ने अपनी बेटी को देश का गौरव बनाने के लिए आर्थिक रूप से तमाम संघर्ष किया है और वर्तमान में जिस कॉमनवेल्थ प्रतियोगिता में उनकी बेटी ने भारत का विजय पताका फहराया है उस प्रतियोगिता हेतु भी 4 से 5 लाख तक का व्यय निजी रूप से वहन किया है। यह व्यय सिर्फ इस प्रतियोगिता का है जबकि इस प्रतियोगिता तक पहुंचने से पूर्व भी इसके लिए इनके पिता द्वारा लाखो रुपया व्यय किया है। क्या यह हर परिवार के लिये सम्भव है? यह यक्ष प्रश्र अन्य प्रतिभाओं के सामने भी खड़ा होगा, हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऐसी प्रतिभाएं तो मौजूद हैं किंतु उन प्रतिभाओं के अभिभावक दारा मोहम्मद की तरह हो यह सम्भव नहीं, जो अपनी बेटी के जुनून के लिए लाखों रुपया खर्च कर सके  अर्थात धन की कमी के चलते वह प्रतिभा गांव में ही दम तोड़ देती है। 

क्या ऐसी प्रतिभाओं को सामने लाने हेतु आर्थिक व सामाजिक सहयोग सम्मानस्वरूप नही किया जाना चाहिए? इसलिए सानुरोध है कि मुस्कान शेख को आर्थिक व सामाजिक रूप से सम्मान देने के लिए प्रदेश एवं देश की ओर से न केवल आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए बल्कि सामाजिक प्रतिष्ठा हेतु शासकीय सेवा में भी चयनित किया जाना चाहिए ताकि खेल के क्षेत्र में अन्य प्रतिभाएं भी अपना कैरियर बनाने के लिए आगे आएं जहाँ मुकाम हासिल करने बाली प्रतिभाएं उनकी प्रेरणास्त्रोत बने। इस ध्यानाकर्षण पत्र पर विचार कर मुस्कान शेख के परिवार का आर्थिक व सामाजिक सम्मान किया जाए।

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