शिवपुरी। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर 15 नवंबर को शक्ति शाली महिला संगठन द्वारा आदिवासी ग्राम बांसखेड़ी में जनजातीय गौरव दिवस जागरूकता अभियान चलाया। प्रोग्राम में शक्ति शाली महिला संगठन के संयोजक रवि गोयल ने अधिक जानकारी देते हुए बताया की सरकार ने 15 नवंबर, भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को हर साल जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। यह फैसला जनजातीय गौरव, विरासत, परंपरा, संस्कृति और भारत की उपलब्धियों को प्रदर्शित करता है, जो आत्मनिर्भर भारत की भावना से ओत-प्रोत है। यह वैश्विक मंच पर भारत की छवि को भी मजबूत करता है।
आजादी के इस अमृतकाल में, देश ने संकल्प लिया है कि वह भारत की जनजातीय विरासत एवं परंपराओं तथा उनकी वीरता की कहानियों को और अधिक भव्य रूप से व्यापक पहचान दिलाएगा।जब मैं भारत की आजादी के 100 वर्ष पूरे होने के बारे में विचार करता हूं तो महसूस होता है कि जनजातीय समाज को विकसित करना, उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाना, उनके महत्वपूर्ण संस्थागत मसलों को सुलझाना और उनकी सांस्कृतिक विरासत को महत्व देते हुए समाज की मुख्यधारा से जोड़ना अत्यधिक जरूरी है। में केवल देह नहीं, में जंगल का पुस्तेनी दावेदार हूं पुश्ते और उनके दावे मरते नहीं / में भी मर नहीं सकता , मुझे कोई भी जंगलों से बेदखल नहीं कर सकता
ये कहा था भगवान बिरसा मुंडा ने ऐसे महान क्रांति कारी थे भगवान बिरसा मुंडा आज हम सब उनको याद कर रहे है आप को उनका इतिहास बता रहे है प्रोग्राम में शांति आदिवासी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को हर जनजातिय समुदाय के व्यक्ति को बताने का निश्चय किया। प्रोग्राम में शक्ति शाली महिला संगठन की पूरी टीम, प्रमोद गोयल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सपना धाकड़, सामाजिक कार्यकर्ता श्रध्दा एवम आधा सैकड़ा आदिवासी समुदाय के लोगो ने भाग लिया। एवम जागरूकता रैली भी निकाली।
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