नगर में दशहरे को लेकर लोगों में नजर आया उत्साह, जगह-जगह सजे फूलमाला व खरीदारी की लगी भीड़शिवपुरी-बुराई पर अच्छी का प्रतीक माने जाने वाला दशहरा का पावन पर्व आज 5 अक्टूबर बुधवार को नगर में बड़े उत्साह और उल्लास के साथ कोरोना काल के हालात सामान्य होने के बाद मनाया जाएगा। हालांकि त्यौहार को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। नगर में दशहरे को लेकर लोगों में कुछ जगह उत्साह भी नजर आया और जगह-जगह हाथ ठेले व दुकानों पर फूलमाता की दुकानें सजी तो वहीं मिष्ठान और इलेक्ट्रॉनिक्स, बाईक, कार व फर्नीचर सहित अन्य दुकानों पर लोगों की आवाजाही बनी रही।
बताना होगा कि शारदीय नवरात्रा के समापन अवसर पर नवमीं पूजन के बाद अगले दिन दशहरे का पर्व मनाया जाता है। इसी क्रम में गुरूवार को जहां नवमीं पूजन के अवसर पर शहर के राजेश्वरी मंदिर, काली माता मंदिर, गुरूद्वारा चौक सहित अनेकों स्थानों पर नवरात्रा में विराजी माता की विदाई हवन, पुर्णाहुति के साथ कन्या पूजन, कन्याभोज व अनेकों जगहों पर भण्डारे का आयोजन कर किया गया। इसके साथ ही अब बुधवार 5 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाना है। इसे लेकर जहां कालीमाता मंदिर और सिद्धेश्वर मंदिर प्रांगण में इस बार फिर से 45 फिट के रावण के पुतलों का दहन किया जाएगा।
पंजाबी परिषद के द्वारा चल समारोह निकालते हुए ही पारंपरिक रूप से दोनों ही स्थानों पर रावण दहन किया जाएगा। इसे लेकर नगर पालिका के द्वारा साफ-सफाई आदि की व्यवस्थाऐं की गई। साथ ही दशहरे को लेकर लोगों की भीड़ को भी नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल को भी सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है ताकि त्यौहार में किसी भी प्रकार का कोई खलल ना पड़े। इसे लेकर पुलिस थाना कोतवाली, फिजीकल व देहात पुलिस सक्रिय रूप से अपने-अपने संबंधित पुलिसकर्मियों को विभिन्न स्थानों पर दायित्व सौंपकर दशहरे के पर्व को शांतिपूर्वक मनाए रखने को लेकर तैनात किया गया है।
दशहरा के पावन पर्व पर मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने दी शुभकामनाएं
दशहरा के पावन पर्व पर मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने दी शुभकामनाएं
शिवपुरी-खेल एवं युवा कल्याण, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने विजयादशमी के पावन पर्व पर जिले के नागरिकों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। अपने वक्तव्य में मंत्री सिंधिया ने लिखा है कि यह सम्पूर्ण सत्य है कि हमेशा असत्य पर सत्य की विजय होती है एवं अन्याय पर न्याय की जीत होती है। पाप पर पुण्य भारी पड़ता है, वहीं घमण्ड मानवीय जीवन को परिवार सहित नष्ट कर देता है, जैसा कि रामायण में परिलक्षित है। महिला शक्ति को ध्यान में रखते हुये मर्यादा में रहकर भारतीय संस्कृति के मार्ग पर चलना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने संदेश देते हुए कहा है कि प्रत्येक नागरिक को अपने अमूल्य गुणों को पहचानते हुए ठीक व सकारात्मक दिशा में ले जाकर मानवीयता का परिचय देना चाहिये। यही हमारी संस्कृति और उद्देश्य होना चाहिए।
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