सूखा राहत में नवनीत शर्मा ने और राजस्व अभियानों में दिलीप द्वेवेदी ने किया दिन रात कामशिवपुरी/कोलारस-कोलारस में बैसे तो अनेक तहसीलदारों ने तहसीलदारी की किंतु उनकी कार्यशैली जनता और किसानों को रास नही आई। दस साल पहले तहसीलदार नवनीत शर्मा ने रात दिन काम कर सूखा राहत के काम को अंजाम देकर किसानों के चेहरों को खुश कर दिया। साथ ही उस समय राजस्व रिकॉर्ड को ऑनलाइन करने में भी खासी मेहनत की और राजस्व अमले को भी मार्गदर्शन दिया।
वर्तमान में वे घाटीगांव तहसीलदार है। वही महिला तहसीलदार के रूप में मधुलिका तोमर की कार्यशैली सराहनीय रही किंतु कुछ ही समय वे कोलारस सेवा दे सकी और ग्वालियर बदली हो गई। विगत 3 माह से नायब तहसीलदार दिलीप द्विवेदी कोलारस को राजस्व की सेवाएं दे रहे है। उनकी मेहनत इस कारण भी काफी हो रही है कि तहसीलदार का भार भी उनके हाथों में है साथ ही तीन सर्किल की बड़ी जबाबदेही एक ही व्यक्ति के कंधों पर है। नायब तहसीलदार दिलीप द्वेवेदी ने तीन माह में राजस्व के अनेकों मामले निराकरण कर दिए है।
विचाराधीन मामलों सहित राजस्व अभियान में भी सैकड़ो मामले दिन रात काम कर हल किये जा रहे है किंतु इनका भी स्थानांतर रायसेन हो गया है। अब कोलारस को इनका विकल्प मिलना मुश्किल लग रहा है। ऐसे अधिकारियों को कोलारस हमेसा याद रखेगा।
No comments:
Post a Comment