शिवपुरी-जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शिवपुरी के वैकल्पिक विवाद समाधान केंद्र में संचालित मध्यस्थ योजना अंतर्गत मीडिएशन के दौरान ओंकार बघेल ने कहा कि आजकल बुजुर्गों का कोई नहीं है, दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हैं, मुझे खाने के लिए दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो रही है। बुजुर्ग की उक्त स्थिति को देखते हुए मध्यस्थ के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शिवपुरी के सचिव श्रीमती अर्चना सिंह द्वारा जिले में संचालित वृद्धाश्रम मंगलम भवन शिवपुरी में आश्रय की व्यवस्था करवाई और उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शिवपुरी के कर्मचारी के साथ वृद्ध आश्रम भेजकर आवास एवं भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कराई।रेफरल मामले में ग्राम ठाठी के दो वरिष्ठ नागरिक ओमकार बघेल उम्र 75 वर्ष एवं दिमना बघेले उम्र 80 वर्ष के बीच मध्यस्थता के दौरान श्री ओमकार बघेले के द्वारा मेडिएटर के रूप में जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्रीमती अर्चना सिंह के संज्ञान में यह तथ्य लाया कि उसका एक पुत्र बदरवास में मजदूरी करता है और अपने परिवार के साथ रहता है किंतु वह पिता की जिम्मेदारी नहीं उठाता क्योंकि उनकी पुत्रवधू इस हेतु तैयार नहीं है दूसरा पुत्र साधु हो गया है और घर छो?कर जा चुका है जबकि तीसरे पुत्र को न्यायालय ने उसके ताऊ के साथ मारपीट के मामले में सजा दी है और उस पुत्र ने पिता ओंकार की जमीन आदि अपने कब्जे में ले ली है और उसे घर से बाहर निकाल दिया है उसके पास रहने खाने का कोई ठिकाना नहीं है इस कारण वह अपने रिश्तेदार के यहां प?ा हुआ है तथा अपना जीवन लाचारी से निकालने के लिए मजबूर है उसकी देखभाल के लिए कोई नहीं है।
शिवपुरी-जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शिवपुरी के वैकल्पिक विवाद समाधान केंद्र में संचालित मध्यस्थ योजना अंतर्गत मीडिएशन के दौरान ओंकार बघेल ने कहा कि आजकल बुजुर्गों का कोई नहीं है, दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हैं, मुझे खाने के लिए दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो रही है। बुजुर्ग की उक्त स्थिति को देखते हुए मध्यस्थ के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शिवपुरी के सचिव श्रीमती अर्चना सिंह द्वारा जिले में संचालित वृद्धाश्रम मंगलम भवन शिवपुरी में आश्रय की व्यवस्था करवाई और उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शिवपुरी के कर्मचारी के साथ वृद्ध आश्रम भेजकर आवास एवं भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कराई।रेफरल मामले में ग्राम ठाठी के दो वरिष्ठ नागरिक ओमकार बघेल उम्र 75 वर्ष एवं दिमना बघेले उम्र 80 वर्ष के बीच मध्यस्थता के दौरान श्री ओमकार बघेले के द्वारा मेडिएटर के रूप में जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्रीमती अर्चना सिंह के संज्ञान में यह तथ्य लाया कि उसका एक पुत्र बदरवास में मजदूरी करता है और अपने परिवार के साथ रहता है किंतु वह पिता की जिम्मेदारी नहीं उठाता क्योंकि उनकी पुत्रवधू इस हेतु तैयार नहीं है दूसरा पुत्र साधु हो गया है और घर छो?कर जा चुका है जबकि तीसरे पुत्र को न्यायालय ने उसके ताऊ के साथ मारपीट के मामले में सजा दी है और उस पुत्र ने पिता ओंकार की जमीन आदि अपने कब्जे में ले ली है और उसे घर से बाहर निकाल दिया है उसके पास रहने खाने का कोई ठिकाना नहीं है इस कारण वह अपने रिश्तेदार के यहां प?ा हुआ है तथा अपना जीवन लाचारी से निकालने के लिए मजबूर है उसकी देखभाल के लिए कोई नहीं है।
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