हिन्दी, संस्कृति और लोकगीत प्रतियोगिता से हो रही भारतीय संस्कृति की पहचान : पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेलभाविप शाखा शिवपुरी द्वारा प्रांत स्तरीय राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता संपन्न, ग्वालियर की टीम प्रथम, द्वितीय एवं डबरा तृतीय
शिवपुरी-संस्कार, समर्पण, सेवा, संपर्क और सहयोग की भावना की संवाहक संस्था है भारत विकास परिषद शाखा शिवपुरी जिसने प्रांत स्तरीय राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों को प्रोत्साहित करने का अनुकरणीय कार्य किया है आज भले ही जो सांत्वना पुरूस्कार वाली टीम है उन्हें निराशा हो रही लेकिन यह समय निराशा का नहीं बल्कि और अधिक बेहतर करने कर अपनी कमियों को दूर करने का है इसलिए आवश्यक है कि आगे और अधिक ऊर्जा के साथ इस कार्य को सफलता के पायदान पर पहुंचाने का प्रयास करें।
बच्चों का यह मोटिवेट किया कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने जो स्थानीय नक्षत्र मैरिज गार्डन में भाविप शाखा शिवपुरी द्वारा आयोजित प्रांत स्तरीय राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता के शुभारंभ सत्र का उद्घाटन करते हुए कह रहे थे। कार्यक्रम के समापन द्वितीय सत्र में पुरूस्कार वितरण के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि हिन्दी, संस्कृति और लोकगीत प्रतियोगिताओं में हमें भारतीय संस्कृति के दर्शन होते है यही हमारी संस्कार और संस्कृति है कि हम इन तीन प्रमुख भाषाओं में रचे-बसे है आवश्यक है इन्हें संवारने की और इसके लिए भारत विकास परिषद जैसी संस्थाऐं आगे आकर इन्हें सहेज भी रहीं है यह इस प्रांत स्तरीय राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता से नजर आता है।
मंचासीन अन्य अतिथियों में संस्था के प्रांतीय अध्यक्ष युगल गर्ग, प्रांतीय महासचिव सुधीर अग्रवाल, प्रांतीय संरक्षक दीपक भार्गव, केन्द्रीय पर्यवेक्षक सुनील सिन्हा, प्रांतीय संयोजक तरूण अग्रवाल, शाखा अध्यक्ष संजीव जैन, शाखा सचिव गणेश धाकड़, कोषाध्यक्ष सुकेश मित्तल, कार्यक्रम संयोजक हेमंत ओझा व अध्यक्षता राष्ट्रीय सदस्य सेवा विनोद गर्ग ने की। इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरूआत मॉं सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवलन के साथ हुई तत्पश्चात अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। यहां स्वागत भाषण शाखा अध्यक्ष संजीव जैन के द्वारा किया गया। प्रांतीय समूहगान प्रतियोगिता का संचालन सुधीर अग्रवाल के द्वारा जबकि कार्यक्रम का संचालन गणेश धाकड़ के द्वारा किया गया।
तीन निर्णायकों ने जाना 9 टीमों के बीच हुए मुकाबले को
प्रांत स्तरीय राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता के सफल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निर्णायकों की रही जिसमें तीन निर्णायकों विशाल शिंदे, डॉ.अंजना चौहान एवं श्रीमती आंकाक्षा गौर रही जिनका स्वागत एवं सम्मान संस्था सदस्यों के द्वारा किया गया। 9 टीमों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें भारतीय विद्या निकेतन ग्वालियर, कैंब्रिज स्कूल डबरा, विद्या भारतीय सें.स्कूल, पी.डी.कॉन्वेन्ट स्कूल ग्वालियर, सरस्वती विद्यापीठ शिवपुरी, रेडियन्ट पब्लिक स्कूल ग्वालियर, बेलयर स्कूल ग्वालियर, रामकृष्ण मिशन थाटीपुर ग्वालियर एवं सरस्वती शिशु मंदिर अशोकनगर की टीमें शामिल रही। यहां हिन्दी, संस्कृति और लोकगीतों की रोचक प्रस्तुति इन विद्यालयों की टीमों के द्वारा दी गई जिसमें निर्णायकों के द्वारा प्रथम स्थान पर भारतीय विद्या निकेतन स्कूल ग्वालियर को चुना गया, वहीं द्वितीय स्थान पर पी.डी.कॉन्वेन्ट स्कूल रही एवं तृतीय स्थान पर कैंब्रिज स्कूल डबरा की टीम रही।
तीन निर्णायकों ने जाना 9 टीमों के बीच हुए मुकाबले को
प्रांत स्तरीय राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता के सफल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निर्णायकों की रही जिसमें तीन निर्णायकों विशाल शिंदे, डॉ.अंजना चौहान एवं श्रीमती आंकाक्षा गौर रही जिनका स्वागत एवं सम्मान संस्था सदस्यों के द्वारा किया गया। 9 टीमों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें भारतीय विद्या निकेतन ग्वालियर, कैंब्रिज स्कूल डबरा, विद्या भारतीय सें.स्कूल, पी.डी.कॉन्वेन्ट स्कूल ग्वालियर, सरस्वती विद्यापीठ शिवपुरी, रेडियन्ट पब्लिक स्कूल ग्वालियर, बेलयर स्कूल ग्वालियर, रामकृष्ण मिशन थाटीपुर ग्वालियर एवं सरस्वती शिशु मंदिर अशोकनगर की टीमें शामिल रही। यहां हिन्दी, संस्कृति और लोकगीतों की रोचक प्रस्तुति इन विद्यालयों की टीमों के द्वारा दी गई जिसमें निर्णायकों के द्वारा प्रथम स्थान पर भारतीय विद्या निकेतन स्कूल ग्वालियर को चुना गया, वहीं द्वितीय स्थान पर पी.डी.कॉन्वेन्ट स्कूल रही एवं तृतीय स्थान पर कैंब्रिज स्कूल डबरा की टीम रही।
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