शिवपुरी-नरवर ब्लॉक के ग्राम शेरगढ़ में वन भूमि पर कब्जे को लेकर हुए संघर्ष में लालसिंह बघेल की हत्या के मामले में आज अखिल भारतीय पाल महासभा ने जिला वन मण्डलाधिकारी को ज्ञापन सौंप दबंगों के कब्जे से ग्राम शेरगढ़ की सैंकड़ों बीघा भूमि को मुक्त कराए जाने की मांग की। इस दौरान ज्ञापन के माध्यम से पाल बघेल समाज के जिलाध्यक्ष एडव्होकेट रामस्वरूप बघेल ने कहा कि पीडि़त पक्ष ने 30 अगस्त 2022 को जिला कलेक्टर एवं वन मण्डलाधिकारी को आवेदन सौंप ग्राम शेरगढ़ में सैंकड़ों बीघा जमीन को कब्जा मुक्त कराने को लेकर ज्ञापन सौंपा था मगर ग्रामीणों की सूचना एवं आवेदन को वन विभाग एवं प्रशासन ने अनदेखा किया और 21 सितम्बर गांव में वन भूमि क्षेत्र में पशुओं की निकासी को लेकर हुए विवाद में गांव के शेरगढ़ में बघेल की हत्या कर दी गई थी। ग्राम शेरगढ़ के पीडि़तों ने बताया कि वन विभाग की मिलीभगत से ही यहां वन भूमि पर कब्जा किया गया है क्योंकि पूर्व में कई बार ग्रामीणों ने शिकायत की और रेंजर एवं डिप्टी रेंजर को फोन पर भी सूचना दी मगर सूचना दी मगर कोई कार्यवाही नहीं हुई। घटना के 8 दिन बाद भी यहां वन भूमि पर कब्जा जस की तस बना हुआ है लेकिन अभी तक वन विभाग ने यहां कोई कार्यवाही नहीं की है। आज पीडि़तों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन पर जिला वन मण्डलाअधिकारी मीना कुमारी मिश्रा ने जल्द से जल्द वन भूमि को कब्जामुक्त कराने की बात कही। ज्ञापन सौंपने वालों में पाल बघेल समाज के जिलाध्यक्ष एडव्होकेट रामस्वरूप बघेल के अलावा श्रीलाल बघेल, इंदरसिंह बघेल, जगन ंिसह बघेल, होतम पाल, नीरज पाल, विशाल पाल, जनवेद पाल, सुरेन्द्र बघेल, अजबसिंह बघेल सरपंच, भगवान सिंह बघेल, नेपाल सिंह बघेल, ख्याली बघेल नबाबसिंह बघेल, तोरन पाल, ज्ञानी बघेल दिनेश बघेल, राजू बघेल, रामभरत बघेल, रमेश पटेल, प्रताप सिंह बघेल सहित समाज के सैंकड़ों लोग मौजूद थे।
शिवपुरी-नरवर ब्लॉक के ग्राम शेरगढ़ में वन भूमि पर कब्जे को लेकर हुए संघर्ष में लालसिंह बघेल की हत्या के मामले में आज अखिल भारतीय पाल महासभा ने जिला वन मण्डलाधिकारी को ज्ञापन सौंप दबंगों के कब्जे से ग्राम शेरगढ़ की सैंकड़ों बीघा भूमि को मुक्त कराए जाने की मांग की। इस दौरान ज्ञापन के माध्यम से पाल बघेल समाज के जिलाध्यक्ष एडव्होकेट रामस्वरूप बघेल ने कहा कि पीडि़त पक्ष ने 30 अगस्त 2022 को जिला कलेक्टर एवं वन मण्डलाधिकारी को आवेदन सौंप ग्राम शेरगढ़ में सैंकड़ों बीघा जमीन को कब्जा मुक्त कराने को लेकर ज्ञापन सौंपा था मगर ग्रामीणों की सूचना एवं आवेदन को वन विभाग एवं प्रशासन ने अनदेखा किया और 21 सितम्बर गांव में वन भूमि क्षेत्र में पशुओं की निकासी को लेकर हुए विवाद में गांव के शेरगढ़ में बघेल की हत्या कर दी गई थी। ग्राम शेरगढ़ के पीडि़तों ने बताया कि वन विभाग की मिलीभगत से ही यहां वन भूमि पर कब्जा किया गया है क्योंकि पूर्व में कई बार ग्रामीणों ने शिकायत की और रेंजर एवं डिप्टी रेंजर को फोन पर भी सूचना दी मगर सूचना दी मगर कोई कार्यवाही नहीं हुई। घटना के 8 दिन बाद भी यहां वन भूमि पर कब्जा जस की तस बना हुआ है लेकिन अभी तक वन विभाग ने यहां कोई कार्यवाही नहीं की है। आज पीडि़तों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन पर जिला वन मण्डलाअधिकारी मीना कुमारी मिश्रा ने जल्द से जल्द वन भूमि को कब्जामुक्त कराने की बात कही। ज्ञापन सौंपने वालों में पाल बघेल समाज के जिलाध्यक्ष एडव्होकेट रामस्वरूप बघेल के अलावा श्रीलाल बघेल, इंदरसिंह बघेल, जगन ंिसह बघेल, होतम पाल, नीरज पाल, विशाल पाल, जनवेद पाल, सुरेन्द्र बघेल, अजबसिंह बघेल सरपंच, भगवान सिंह बघेल, नेपाल सिंह बघेल, ख्याली बघेल नबाबसिंह बघेल, तोरन पाल, ज्ञानी बघेल दिनेश बघेल, राजू बघेल, रामभरत बघेल, रमेश पटेल, प्रताप सिंह बघेल सहित समाज के सैंकड़ों लोग मौजूद थे।
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