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Wednesday, September 14, 2022

हिन्दी भाषा हमें हमारी पहचान का अहसास कराती है- श्री पवन उपाध्याय



नेहरू युवा केन्द्र द्वारा हिन्दी पखवाड़े का शुभारम्भ किया

शिवपुरी,- नेहरू युवा केन्द्र शिवपुरी द्वारा हिन्दी दिवस के अवसर पर स्थानीय बाल शिक्षा निकेतन हायर सेकेंडरी स्कूल शिवपुरी में पखवाड़ा आयोजित किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ मुख्य अतिथि पवन उपाध्याय, चाइल्ड लाइन समन्वयक सौरभ भार्गव, नेहरू युवा केन्द्र के उपनिदेशक श्री एस.एन.जयन्त, राजेन्द्र विजयवर्गीय, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी श्री दिनेश पाल, श्रीमति कामिनी शर्मा, श्रीमती सविता बंसल आदि ने मां सरस्वती के चित्र पर मालार्पण किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्राचार्य श्री पवन उपाध्याय ने कहा कि हिन्दी भाषा हमारी पहचान का अहसास कराती है कि हम एक परम्परागत देश के निवासी है जहां आज भी हमारी पुरानी परम्पराओं को आदर से अपनाया जाता है। श्री उपाध्याय ने कहा कि हिन्दी भाषा आदिकाल की भाषा है हमारे प्राचीन ग्रन्थों की रचना भी हिन्दी में ही की गई थी हमारे प्राचीन विद्वान महर्षि वाल्मीकि, सूरदास, रसखान आदि भी अपनी रचनाएँ हिन्दी में ही लिखा करते थे।  

नेहरू युवा केन्द्र के उप निदेशक श्री एस.एन.जयन्त ने कहा कि नेहरू युवा केन्द्र शिवपुरी द्वारा जिले में हिन्दी दिवस व पखवाडें अन्तर्गत 14 सितम्बर से 28 सितंबर तक संगोष्ठियां, निबंध, चित्रकला भाषण, वाद विवाद, अंताक्षरी, सांस्कृतिक व खेल प्रतियोगितायें, रैली, सेमिनार, साहित्यकारों का सम्मान, नारा लेखन आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। चाइल्ड लाइन समन्वयक श्री सौरभ भार्गव ने कहा कि हमें हमारी मातृभाषा का सम्मान करना चाहिये। यह एक ऐसी भाषा है जिसे बोलकर स्वामी विवेकानंद ने विश्व में भारत का नाम रोशन किया है।

नेहरू युवा केन्द्र के राजेन्द्र विजयवर्गीय ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज बेटा अपने माता व पिता से मोम व डेड कहने में गर्व महसूस करता है जबकि यदि इन शब्दों का अर्थ जाना जाए तो मौम एक शीघ्र पिघलने वाली वस्तु है जबकि डैड का अर्थ मरा हुआ होता है।

श्रीमती कामनी सक्सैना ने कहा कि हमारी मातृभाषा बहुत ही नरम है व जिसमें अन्य भाषाओं का समावेश तुरन्त हो जाता है जैसे आज आम हिन्दी बोलचाल की भाषा में हम स्टेशन, टैलीफोन आदि को हिन्दी भाषा के रूप में ही उच्चारण करने लगे है। श्रीमती सविता बंसल ने कहा कि मैंने बचपन से ही हिन्दी पढी व बोली है व मैंने अपने शिक्षक कार्यकाल में भी हिन्दी भाषा को ही बच्चों को पढ़ाया है। हिन्दी भाषा दिलों को जोडने का कार्य करती है। श्रीमती आभा मिश्रा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नेहरू युवा केन्द्र अनेक प्रकार के कार्य करता है जिसमें बच्चों को साहित्यिक खेल व सांस्कृतिक विकास के कार्यक्रम भी आते है।

इस अवसर पर श्री सी.एम.अवस्थी, श्रीमती बुसरा शिवानी, श्रीमती त्रिवेणी दुबे आदि ने भी हिन्दी भाषा के विकास के लिये अपने सुझाव दिये। कार्यक्रम के दौरान आयोजित हिन्दी दोहा प्रतियोगिता में समृद्धि हाउस की कु. निशी पांडेय व सौभ्या शर्मा ने प्रथम, सेवा हाउस की कु. प्रगति गर्ग व जिज्ञासा शर्मा ने द्वितीय व संवेदना हाउस की कु. सलोनी भाटी व आलिया अहमद खान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया व कविता पाठ प्रतियोगिता के प्रतिभागी कु. आस्था गोयल को प्रथम, कु. रौनक लक्षकार को द्वितीय एवं कु.राधिका शाक्य को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।  

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