शिवपुरी-नगर में 10 दिनों से मनाए जा रहे भव्य गणोशोत्सव को लेकर श्रीजी की विदाई का दिन अनंत चर्तुदशी को होता है और शनिवार को आयोजित अनंत चर्तुदशी के अवसर पर नगरवासियों ने बड़े ही उत्साह और उल्लास के साथ श्रीजी को अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने की मंशा रखते हुए विदा किया और अगले वर्ष फिर श्ीघ्र बुलाने की कामना भी की। शहर के मध्य एबी रोड़ पर जानकी सेना संगठन के द्वारा विधि-विधान से हवन-पुर्णाहुति के साथ श्रीजी को अमोला स्थित जल में विसर्जित किया गया तो वहीं शहर के मध्य गांधी चौक स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में स्थापित किए गए समाजसेवी अमन गोयल परिवार के द्वारा श्रीजी की विदाई को ढोल-ताशो व बग्गी और खुले वाहन में ले जाते हुए विदा किया गया।
शहर में अनेकों स्थानों पर लोगों ने भी अपने-अपने घर व प्रतिष्ठानों पर विराजे श्रीजी को इस विदाई समारोह में शामिल करते हुए पूजा-अर्चना की। गांधी चौक से होकर माधवचौक, पुराना बस स्टैण्ड परिसर से निकलकर मुक्तिधाम मार्ग स्थित श्रीगणेश कुण्ड ले गए जहां पूजा-अर्चना करते हुए श्रीजी को भावपूर्वक देते हुए जल में विसर्जित किया गया। यहां पुलिस विभाग के द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंजतामात किए गए थे साथ ही नगर पालिका के कर्मचारी भी यहां तैनात रहे जिन्होंने कुण्ड में लोगों को प्रवेश नहीं करने दिया और प्रतिमाओं को विसर्जित किया।
इस दौरान अनेकों कथा प्रसंगों को भी श्रद्धालुओं ने श्रवण किया और श्रीगणेश स्थापना से लेकर अनंत चर्तुदशी विसर्जन दिवस की कथा श्रवण पश्चात श्रीजी को विदाई दी गई। यहां बताना होगा कि नगर में बड़े ही जोर-शोर के साथ इस बार श्रीजी की स्थापना कोरोना काल के हालात सामान्य होने के बाद की गई थी और उत्साह और उल्लास के साथ 10 दिनों तक श्रीजी की पूजा-अर्चना करने के बाद उनकी विदाई को भी शाही रूप से उन्हें जल में विसर्जित भी किया गया।
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