शिवपुरी-भूतपूर्व सैनिकों का संगठन इंडियन वेटरन ऑर्गेनाईजेशन के द्वारा स्थानीय फिजीकल रोड़ स्थित गायत्री परिसर में कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष में शांति पाठ, हवन ,यज्ञ करके शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर इंडियन बैटरन ओर्गनाईजेशन के जिला अध्यक्ष वेटरन चन्द्र प्रकाश शर्मा ने कप्तान हिमायत तुल्ला खान को फूलो का हार और शाल से सम्मानित किया और उन्होने बताया कि जब-जब भारत ने पाकिस्तान के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है, तब-तब पाकिस्तान ने हमारी पीठ पर छुरा घोंपा है।
ऐसा ही समय 1999 में आया जब मई के महीने में ताशी नामग्याल चरवाहा ने इंडियन आर्मी को खबर दी कि उसने हथियारबंद लोगों को पहाडयि़ों पर देखा है, तब इंडियन आर्मी ने कैप्टन सौरभ कालिया के नेतृत्व में 5 सैनिकों को पेट्रोलिंग के लिए भेजा , उन्होने देखा की बजरंग चोटी पर पाकिस्तानी लोगों ने बंकर बना लिए हैं, यह देखकर सौरव कालिया का खून खौल गया, फिर वह अपने 5 सैनिकों के साथ ही उन हथियारबंद पाकिस्तानियों से लडऩे मैदान में कूद गए, उनके पास गोला-बारूद ज्यादा नहीं था और युद्ध करते हुए कारगिल के पहले शहीद हुए, पाकिस्तानियों ने उनके शरीर को क्षत-विक्षत कर दिया उनके शरीर के साथ जो पाकिस्तानियों ने किया,
वह सैनिक नियमों के खिलाफ था उनकी डेड बॉडी इतनी क्षतिग्रस्त कर दी गई थी कि जिस मां ने उनका करोड़ों बार माथा चूमा था वह मां भी नहीं पहचान पाई, उसके बाद जैसे ही कारगिल का युद्ध छिड़ गया कैप्टन मनोज कुमार पांडे ने विपरीत परिस्थितियों में पहाड़ी पर स्थित 6 बंकरो को अपनी टीम के साथ एक-एक करके नष्ट किया और लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। इसी प्रकार कारगिल के युद्ध में शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा ने अपना बलिदान देकर हमारे इस ऑपरेशन विजय को सफल बनाकर भारत को पाकिस्तान के विरुद्ध जीत दिलाई और आज हम उन्हीं सभी शहीदों के बलिदान को शत-शत नमन करते हैं।
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर उपाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह यादव, महा सचिव अशोक कुमार शर्मा, संयोजक विशाल जोशी, तहसील उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह राजावत, कैलाश सिंह जादौन, वेटरन मोहन सिंह राजपूत, सतेन्द्र शर्मा, कैलाश सिंह यादव, शुनील सिंह परमार, त्रिलोकी नाथ वट, मोहन सिंह राजपूत, एडवोकेट वरूण शर्मा, शिवम तिवारी एवं गायत्री परिवार के पंडित रविन्द्र वर्मा, राजेन्द्र कुमार जोशी, श्रीमती गीता राजावत, श्रीमती विजय लक्ष्मी, श्रीमती प्रभा शर्मा और विशेष अथिति सीके चतुर्वेदी उपस्थित रहे।
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