कृषि विज्ञान केंद्र में ड्रोन से छिड़काव का प्रदर्शनशिवपुरी-कृषि से लाभ प्राप्त करने के लिए अलग-अलग तकनीकों को कृषि के क्षेत्र में अपनाया जा रहा है। ड्रोन तकनीक से भी किसानों को कृषि क्षेत्र में लाभ मिलेगा इसलिए अभी ड्रोन तकनीक का परीक्षण कृषि क्षेत्र में शुरू किया गया है। सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र में ड्रोन से नैनो यूरिया के छिड़काव का प्रदर्शन किया गया।
कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी इस दौरान मौजूद रहे। उन्होंने बटन दबाकर ड्रोन से छिड़काव शुरू किया और वहां उपस्थित कृषि विभाग के उपसंचालक, पशुपालन विभाग के उपसंचालक और कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक भार्गव से चर्चा करते हुए कहा कि किसानों को ड्रोन तकनीक के बारे में जानकारी दी जाए। विशेषकर जो बड़े किसान हैं उनके लिए यह लाभकारी साबित हो सकता है।
कृषि विज्ञान केंद्र में मौजूद किसानों से भी इस बारे में उन्होंने चर्चा की। ड्रोन के माध्यम से खेत में बीज डाले जा सकते हैं इससे कम समय में बड़े एरिया को कवर किया जा सकता है। इससे किसानों को लाभ भी मिलेगा। अब धीरे-धीरे कृषि के क्षेत्र में यह तकनीक शुरू हो गई है। कृषि विज्ञान केंद्र में इसका परीक्षण किया गया। दिल्ली की टीम को इसका काम दिया गया है। सोमवार को यह टीम जिले में आयी और उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र पहुंचकर यह परीक्षण किया।
अधिकारी ध्यान रखेंगें कि किस तरह हो रहा तकनीक का उपयोग
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल, एडीएम नीतू माथुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी वहां मौजूद रहे। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने विभागीय अधिकारियों को भी निर्देश दिए और कहा कि सभी अधिकारी देखें कि उनके विभाग में किस प्रकार इस तकनीक का उपयोग किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि अभी सहजन के बीज तैयार किए जाएंगे। उन्हें ड्रोन के माध्यम से खेतों में डाला जाएगा। कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि विभाग के अधिकारी भी किसानों को जानकारी दें जिससे वह किसान इसका उपयोग कर सकें। विशेषकर कीटनाशक दवाओं के छि?काव में यह बहुत उपयोगी हो सकता है।
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