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Monday, July 11, 2022

निकाय चुनाव में नहीं दिखे कोई बड़े नेता, कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने थामी चुनाव की कमान


आखिरी तीन दिनों में कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने थामी चुनाव की कमान, की बैठकें

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 13 जुलाई को होना है,इसके साथ ही अब सोमवार 11 जुलाई को शाम 5 बजते ही चुनाव प्रचार प्रसार थम गया, इसके बावजूद शिवपुरी नगर पालिका सहित अन्य 6 नगर परिषद में बड़े नेताओं ने दूरी बना रखी है। यह एक राजनीतिक दलों का नहीं बल्कि भाजपा और कांग्रेस जैसे मुख्य दलों के बड़े नेता इस बार शिवपुरी नगर पालिका के चुनाव में प्रचार में नहीं आए हैं। शिवपुरी में अपने प्रचार-प्रसार की कमान प्रत्याशियों ने ही संभाल रखी है। यहां तीन दिनों से कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने जरूरी जिला मुख्यालय के 39 वार्डों में से अधिकांश वार्डों में भाजपा प्रत्याशियों के लिए उनके समर्थन में सामाजिक बैठकें ली और आमसभा को संबोधित भी किया। इस दौरान विभिन्न वार्डों के प्रत्याशी भी मौजूद रहे।

नहीं हुई नुक्कड़ सभा और ना ही हुए रोड शो
करीब 7 वर्ष पूर्व जब नगर पालिका चुनाव हुए थे तब प्रत्यक्ष पर हुए चुनाव में बड़ी-बड़ी आमसभाऐं हुई, रोड़ शो हुए लेकिन इस बार 2022 के नगरीय निकाय चुनाव में शिवपुरी नगर पालिका के 39 वार्डों के लिए ना तो नुक्कड़ सभाऐं हुई और ना ही रोड़ शो हुए, इसके साथ ही बड़े नेताओं ने इस नगरीय निकाय चुनाव से एक तरह से दूरी बना ली है। यहां इस बार ना तो किसी ने बड़े नेता ने कोई आमसभा की और ना ही रोड़ शो व नुक्कड़ सभाऐ हो सकी। हालांकि स्थानीय स्तर पर पार्टी के पार्षद प्रत्याशी ही अपने-अपने वार्डों में प्रचार करने में जुटे रहे। बड़े नेताओं के द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान कोई बड़ी रैली, नुक्कड़ सभा या कोई रोड-शो नहीं किया जाना अब शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

नाराज है जनता, इसलिए नहीं आए बड़े नेता
सूत्रों की माने तो शिवपुरी नगर पालिका के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेताओं का स्थानीय स्तर पर प्रचार में न आने के पीछे कारण वार्डों में विकास कार्य का न होना बताया जा रहा है, जिससे जनता नाराज है और इसीलिए यहां बड़े-बड़े नेता प्रमुख पार्टियों के नहीं आए जबकि शिवपुरी नगर पालिका का मतदान 13 जुलाई को होना हैं लेकिन किसी बड़े नेता की यहां पर सभा, रैली या रोड शो नहीं हुआ। स्थानीय स्तर पर ही पार्टी के कार्यकर्ता व पदाधिकारी ही डोर टू डोर प्रचार करने में जुटे रहे।

प्रमुख दलों के बीच निर्दलीय की रहेगी महती भूमिका
शिवपुरी नगर पालिका में इस बार प्रमुख दल भाजपा-कांग्रेस के बीच निर्दलीय प्रत्याशी अपनी महती भूमिका निभा सकते है जिसमें अध्यक्ष का चुनाव भी अप्रत्यक्ष तौर पर होना है ऐसे में संभावनाओं के बाजार में जनचर्चा है कि यदि अधिक संख्या में निर्दलीय आते है तो कई दिग्गज जो इस चुनाव में अध्यक्षीय पद का सपना देख रहे है उन्हें अच्छी खासी खरीद-फरोख्त के लिए भी तैयार रहना होगा। यही वजह है कि इस नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की मुसीबत निर्दलीय प्रत्याशियों ने बढ़ा दी है। भाजपा और कांग्रेस के कई स्थानीय नेताओं को अपने-अपने वार्ड में टिकट नहीं मिले। इन नेताओं ने पार्टी से बगावत करते हुए निर्दलीय ताल ठोक दी। शिवपुरी नगर पालिका क्षेत्र की बात की जाए तो करीब 15 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को सीधी टक्कर दे रहे हैं। शहर सरकार के इस चुनाव में इस बार निर्दलीय प्रत्याशी शिवपुरी नगर पालिका के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

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