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Friday, July 1, 2022

शिवपुरी की धन्य धरा पर जैनाचार्य श्री कुलचंद्र विजय जी महाराज साहब का भव्य चार्तुमासिक प्रवेश आज


शिवपुरी की धन्य धरा पर जैनाचार्य श्री कुलचंद्र विजय जी महाराज साहब का भव्य चार्तुमासिक प्रवेश 2 जुलाई को

50 वर्षो में पहली बार श्वेताम्बर जैन समाज के किसी आचार्य का नगर में हो रहा है चार्तुमास

अपने कुल गुरू आचार्य विजय धर्म सूरि जी के 10 दिन तक चलने वाले शताब्दी महोत्सव में लेंगे भाग, शताब्दी 
महोत्सव 9 से 19 सितम्बर तक समाधि मंदिर प्रांगण में मनेगा

आचार्य विजयधर्म सूरि जी का 100 वर्ष पूर्व शिवपुरी में ही हुआ था समाधि मरण

शिवपुरी।
शिवपुरी नगर की धन्य धरा पर 50 वर्षो में पहली बार श्वेताम्बर जैन समाज के किसी आचार्य का चार्तुमास हो रहा है। इसे लेकर जैन और जैनेतर समाज मेें अपार उत्साह है। प्रसिद्ध जैनाचार्य  श्री कुलचंद्र विजय जी महाराज साहब ठाणा 3 और परम पूज्य साध्वी शासन रत्ना श्रीजी महाराज साहब ठाणा 6 शिवपुरी में चार्तुमास करने और जिन वाणी की गंगा प्रवाहित करने के लिए 2 जुलाई को नगर में प्रवेश कर रहे हैं। चार्तुमासिक प्रवेश को भव्य बनाने के लिए जैन समाज ने  जोरदार तैयारियां की हैं। चार्तुमासिक प्रवेश यात्रा 2 जुलाई को सुबह 8 बजे समाधि मंदिर से प्रारंभ होगी, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई पाश्र्वनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर कोर्ट रोड़ पहुंचेगी। जहां धर्मसभा आयोजित की जाएगी। चल यात्रा का नगर के अनेकों स्थानों पर जोरदार स्वागत किया जाएगा।

चार्तुमास समिति के संयोजक तेजमल सांखला, श्वेताम्बर जैन समाज के अध्यक्ष दशरथमल सांखला, सचिव विजय पारख, चार्तुमास कमेटी के उप संयोजक प्रवीण लिगा और मुकेश भांडावत ने जानकारी देते हुए बताया कि 2 जुलाई को सुबह 8 बजे बीटीपी स्कूल समाधि मंदिर से चल समारोह प्रारंभ होगा। चल समारोह समाधि मंदिर से प्रारंभ होकर कस्टम गेट, निचला बाजार, सदर बाजार, माधव चौक, गांधी चौक, कोर्ट रोड होता हुआ श्वेताम्बर पाश्र्वनाथ जैन मंदिर पहुंचेगा। लगभग डेढ़ किमी लंबे रास्ते में चल समारोह का स्थान-स्थान पर धर्माबलंबी और समाजसेवी संस्थाएं स्वागत करेंगी। 

चल समारोह में शिवपुरी में चार्तुमास करने और अपने कुल गुरू आचार्य विजयधर्म सूरि जी की समाधि को नमन करने तथा उनके शताब्दी महोत्सव में भाग लेने आ रहे प्रसिद्ध जैनाचार्य कुलचंद्र सुरिश्वर जी महाराज, पन्यास प्रवर परम पूज्य कुलदर्शन सूरि जी महाराज साहब, परम पूज्य कुलरक्षित सूरि जी महाराज साहब, परम पूज्य कुलधर्म सूरि जी महाराज साहब और जैन साध्वी परम पूज्य साध्वी शासन रत्ना श्रीजी महाराज साहब, परम पूज्य साध्वी अक्षयनंदिता जी महाराज साहब आदि साध्वीगण शामिल होंगी। उनके साथ बड़ी संख्या में समूचे जैन समाज और जैनेतर समाज के स्त्री पुरूष और बच्चे चल यात्रा में शामिल होंगे। 

चल यात्रा सुबह साढ़े 9 बजे पाश्र्वनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर कोर्ट रोड़ पर पहुंचेगी, जहां चार्तुमास करने आ रहे साधू और साध्वीगण जिनालय दर्शन करेंगे और उपासरे में प्रवेश करेंगे। चार्तुमासिक प्रवेश की भव्य धर्मसभा का शुभारंभ 2 जुलाई को सुबह 10 बजे होगा। चार्तुमासिक प्रवेश और धर्मसभा में भाग लेने के लिए देश के विभिन्न भागों से अनेक जैन श्रावक और श्राविकाएं शिवपुरी पधारेंगी। 

पन्यास प्रवर श्री कुलदर्शन सुरिश्वर जी महाराज साहब ने जानकारी देते हुए कहा कि शिवपुरी में पूरे 4 माह जिन धर्म की गंगा प्रवाहित होगी। प्रति सप्ताह धार्मिक शिविर आयोजित किए जाएंगे और 9 से 19 सितम्बर तक आचार्य विजय धर्म सूरि जी का शताब्दी महोत्सव अनेक आयोजनों के साथ मनाया जाएगा।

चार्तुमासिक प्रवेश के लाभार्थीं हैं सौभाग्यमल जी-उम्मेदमल जी पारख परिवार
श्री पाश्र्वनाथ जैन मूर्ति पूजक जैन श्री संघ और चार्तुमास समिति ने जानकारी देते हुए बताया कि जैनाचार्य श्री कुलचंद्र सूरि जी महाराज साहब के चार्तुमासिक प्रवेश के लाभार्थी सौभाग्यमल, उम्मेदमल, रवि कुमार, राजेश कुमार पारख एवं समस्त पारख परिवार है। धर्मसभा के पश्चात सकल श्री संघ के स्वामी वात्सल्य का लाभ लाभार्थी परिवार ने लिया है।

अपने कुल गुरू की समाधि को नमन करने आए हैं आचार्य कुलचंद्र सूरि जी
शिवपुरी में प्रसिद्ध जैनाचार्य श्री कुलचंद्र सुरिश्वर जी (केसी महाराज) का चार्तुमास सांयोगिक के साथ-साथ अर्थपूर्ण भी है। 100 वर्ष पूर्व शिवपुरी मेें आचार्य विजय धर्म सूरि जी का समाधि मरण हुआ था और 100 वर्ष पश्चात आचार्य विजयधर्म सूरि जी की शिष्य परम्परा के रत्न आचार्य कुलचंद्र सुरिश्वर जी महाराज के शिवपुरी चार्तुमास का मुख्य उद्देश्य यह है कि वह अपने कुल गुरू की समाधि को नमन करें और उनका शताब्दी महोत्सव अनेक धार्मिक आयोजनों के साथ मनाएं साथ ही गुरू के प्रति अपने दायित्व को पूर्ण करते हुए समाधि भूमि का विकास करें। 

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