सागर। न्यायालय-श्रीमान हर्षवर्धन धाकड़ न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सागर के न्यायालय ने आरोपी भूपेन्द्र पिता गोविन्द लोधी उम्र 29 वर्ष निवासी ग्राम परगासपुरा थाना जैसीनगर जिला सागर को धारा 354 भादवि में दोषी पाते हुए 1 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 500 रूपये के अर्थदण्ड से दंडित किया गया। राज्य शासन की ओर से पैरवी सहायक जिला अभियोजन अधिकारी सचिन गुप्ता ने की।घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि फरियादिया ने थाना जैसीनगर में इस आशय की रिपोर्ट लेख करायी कि दिनांक 16.07.2017 एवं 17.07.2017 की दरमियानी रात्रि करीब 2 बजे आरोपी भूपेन्द्र लोधी फरियादिया के मकान के अंदर घुसकर उसकी बाजू में तखत पर लेट गया और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। उसी समय उसकी नींद खुल गयी तथा आरोपी ने उसके बाल पकड़कर तखत के नींचे गिरा दिया, जिससे फरियादिया को पीठ पर मूंदी चोट आई, वह चिल्लाई तो उसकी मां की भी नींद खुल गई तभी आरोपी अपना मोबाईल छोड़कर वहां से भाग गया और जाते-जाते बोला कि यदि तुमने किसी को कुछ भी बताया या थाना रिपोर्ट करने गयी तो जान से मार कर फेक देंगे।
फरियादिया की उक्त रिपोर्ट के आधार पर आरोपी के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। जहां अभियोजन अधिकारी ने महत्वपूर्ण तर्क प्रस्तुत किये। माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्ष को सुना गया। न्यायालय द्वारा प्रकरण के तथ्य परिस्थितियों एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए एवं अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपी भूपेन्द्र लोधी को 1 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 500 रूपये के अर्थदण्ड से दंडित किया गया।
चोरी करने वाले आरोपी को ०१ वर्ष का सश्रम करावास
सागर। न्यायालय-श्रीमान आशीष शर्मा (सिनि.) न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सागर के न्यायालय ने आरोपी मनोज पिता स्व० बाबूलाल पटैल उम्र ५३ वर्ष वर्तमान निवासी कर्रापुर थाना बहेरिया जिला सागर को धारा ३७९ भादवि में दोषी पाते हुए १ वर्ष के सश्रम कारावास से दंडित किया गया। राज्य शासन की ओर से पैरवी सहा. जिला अभियोजन अधिकारी मनोज पटेल ने की।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि फरियादी शंकर लाल साहू द्वारा इस आशय की रिपोर्ट लेख करायी कि दिनांक १३.०२.२००१ की रात्रि लगभग ८ बजे उसने आॅटो लाकर घर के बाहर खड़ी कर दी, जिसका नंबर एमपी १५ डी ०१७४ है। जब सुबह ६ बजे उठकर देखा तो आॅटो घर के बाहर नहीं मिली। फरियादी ने आस-पड़ोस में पता किया तो एक पड़ोसी ने बताया कि १२-१ बजे के लगभग आॅटो की आवाज सुनी थी उसे लगा फरियादी ही कहीं लेकर जा रहा है तो आकर नहीं देखा। फरियादी की उक्त रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना मंे लिया गया।
दौरान विवेचना दिनांक १९.०२.२०२१ को उक्त आॅटो को मुताबिक जप्तीपत्रक के गवाहों के समक्ष जप्त कर आरोपी मनोज पटेल को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। जहां अभियोजन अधिकारी ने महत्वपूर्ण तर्क प्रस्तुत कियें। माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्ष को सुना गया। न्यायालय द्वारा प्रकरण के तथ्य परिस्थितियों एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए एवं अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपी मनोज पटेल को धारा ३७९ भादवि में दोषी पाते हुए १ वर्ष के सश्रम कारावास से दंडित किया गया।
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