अभ्यास वर्ग में शामिल हुए प्रांतीय पदाधिकारी, अपने अनुभवों को किया साझाशिवपुरी- समाज के शोषित, वंचित, पीडि़त लोगों के बीच सेवा कार्य करना ही संस्था का उद्देश्य है यह विचार नवल शुक्ला प्रांतीय सह सचिव ने संस्था के अभ्यास वर्ग में सत्र को संबोधित कर व्यक्त किये । उन्होंने आगे कहा कि सेवा के साथ-साथ लोगों में, बस्तियों मे सामाजिक परिवर्तन हो इसके लिए ही संस्था निरंतर 1989 से पूरे देश में कार्य कर रही है। राष्ट्रीय स्तर पर 2003 में राष्ट्रीय सेवा भारती का गठन हुआ जिससे पूरे देश में सेवा कार्यो में एकरूपता लाने में आसानी हुई । कोविड काल में पूरे देशमें संस्था ने उल्लेखनीय कार्य कीजिये।
संस्था मूल रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वाबलंबन एवं सामाजिक सेवा कार्यों के बीच काम करती है एवं यह जो वनवासी छात्रावास है वह भी शिक्षा एवं उन्हें स्वावलंबी बना रहा है और काफी संख्या में यहाँ के छात्र सर्विस क्षेत्र में जा चुके है यह उद्द्गार जितेंद्र शर्मा संभागीय संगठन मंत्री ने इसी सत्र में व्यक्त किये। इस सत्र की अध्यक्षता अनिल महोविया ने की। अगले सत्र में आमंत्रित अतिथियों ने समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को जो दायित्व संस्था ने दिया है उसको किस तरह से निर्वाहन करें विस्तार से समझाया। नए-नए लोगों को किस तरह से संस्था से जोडऩा है एवं सदस्यों की रूचि अनुसार उनका सेवा कार्य में सहयोग लेना इस बारे में भी बताया।
समापन सत्र में सेवा कार्य करते समय क्या-क्या दिक्कत आती है और उनका कैसे समाधान निकालें इस पर भी उपस्थित सदस्यों एवं अतिथियों के बीच संवाद हुआ । अनुकूल एवं प्रतिकूल जगह पर कैसे सेवा कार्य करना है इस पर भी कुछ टिप्स मुख्य वक्ताओ द्वारा दिए गए। यह एक दिवसीय अभ्यास वर्ग समिति एवं सक्रिय कार्यकर्ताओं बीच रखा गया था जिसमें वह संस्था की दिशा और दशा दोनों की ओर बेहतर ढंग से जान सकें एवं अधिक सक्रियता से कार्य कर सकें । कार्यक्रम का संचालन श्री मुकेश कर्ण छात्र अधीक्षक के द्वारा किया गया।
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