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Monday, June 20, 2022

अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के तहत मानवता के लिए योग का दो दिवसीय योग अभ्यास शिविर का शुभारंभ किया

 




योग शरीर को रोगमुक्त रखता है और मन को शांति भी देता है  डा0 पवन जैन सीएमएचओ

योग गुरु मनीष राठौर की मुख्य निर्देशन में एक सैकड़ा लोगो को योग का अभ्यास कराया

शिवपुरी। हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। दुनिया के तमाम देश योग के महत्व को समझते हुए योग दिवस को मनाते हैं। योग का अभ्यास शरीर और मस्तिष्क की सेहत के लिए फायदेमंद है। योग शरीर को रोगमुक्त रखता है और मन को शांति भी देता है। यह कहना था  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी  डा0 पवन जैन का जो कि दो दिवसीय योग अभ्यास के शुभारंभ के मौके पर फतेहपुर स्कूल परिसर में योग अभ्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। 

कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने जानकारी देते हए बताया कि भारत में ऋषि मुनियों के दौर से योग होता आ रहा है। योग भारतीय संस्कृति से जुड़ा है जो अब विदेशों में भी फैल गया है। योग के विदेशों में प्रसारित करने का श्रेय हमारे योग गुरुओं को जाता है जिन्होंने विदेशी जमीन पर योग की उपयोगिता और महत्व के बारे में बताया। उन्होने कहा कि विश्व योग दिवस के तहत 20 जून को फतेहपुर स्थित स्कूल परिसर में शक्तिशाली महिला संगठन , बिट्रानिया न्यूट्रीशन फाउंडेशन , महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रुप से  दो दिवसीय योग अभ्यास का शुभांरभ आज हुआ जिसका की समापन 21 जून को डीपीओ देवेन्द्र सुन्दरियाल के मुख्य आतिथ्य में होगा। 

योग गुरु मनीष राठौर ने योग को बड़े सहज तरीके से 1 सैकड़ा किशोर किशोरी एवं समुदाय के महिलाओं को योग का अभ्यास कराया उनके साथ टीम में राहुल , स्वीटी एवं प्रांजल ने सहयोग किया । इस अवसर पर योग गुरु मनीष राठौर ने कहा कि आज विश्व भर में लोग स्वस्थ रहने के लिए योगाभ्यास कर रहे हैं। योग का महत्व कोरोना काल में और अधिक बढ़ गया। जब कोविड लॉकडाउन के दौरान लोग घरों से बाहर नहीं निकल सकते थे। जिम बंद हो गए थे तब लोगों ने मन को शांत रखने और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए घर पर ही योगाभ्यास किया। लेकिन इस दिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने की शुरुआत साल 2015 में हुई। जब पहली बार पूरी दुनिया में योग दिवस एक साथ मनाया गया।

 भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया। महज तीन महीने के अंदर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का ऐलान कर दिया गया। अगले ही साल 2015 में पहली बार विश्व योग दिवस दुनिया भर में मनाया गया।साल 2015 में 21 जून को योग दिवस मनाने का फैसला लिया गया।

 कार्यक्रम में शक्ति शाली महिला संगठन के रवि गोयल ने कहा कि 21 जून को ही योग दिवस मनाने के पीछे एक खास वजह यह है क्योकि  21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता हैए जिसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। भारतीय परंपरा के मुताबिक ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए फायदेमंद है। इसी वजह से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। 

कार्यक्रम में प्रमोद गोयल ने बताया कि साल 2022 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम योगा फोर हयूमिनिटी जिसका अर्थ है मानवता के लिए योग। इसलिए संस्था द्वारा इसी थीम के तहत प्रोग्राम किया जिससे की अधिक अधिक मानवता का भला हो। 

कार्यक्रम में फतेहपुर स्कूल परिसर के पास स्थित किशोर, किशोरी बालिकाए, महिलाए, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताए, पर्यवेक्षक सुश्री निवेदिता मिश्रा, शक्तिशाली महिला संगठन की पूरी टीम, सुपोषण सखी एवं न्युट्रीशन चैम्पियन ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई कार्यक्रम में योग गुरु की पूरी टीम को एवं मुख्य अतिथि को पौधा देकर उनका स्वागत सत्कार किया ।

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