शतायु पूर्ण कर वृद्ध दादी की सेवा में समर्पित है नातीशिवपुरी- आज के इस भौतिक सुख-सुविधाओं के युग को यूं तो कई लोग कलियुग का नाम देते है लेकिन इस युग में आज भी भारतीय संस्कारों की छटा कहीं ना कहीं संयुक्त परिवारों में देखने को मिलती है तो कहीं घर के वृद्धजनों की सेवा कर भारतीय संस्कृत का संवाहक बनने का कार्य भी अनेकों घरों में हो रहा है।
कुछ इसी तरह से भारतीय संस्कृति में रचे-बसे शहर के बीचों बीच न्यू ब्लॉक धर्मशाला रोड़ निवासी गोयल परिवार जो कि सुमत हार्डवेयर के नाम से पहचाने जाते है। ऐसे सुमत कुमार अपनी पत्नि श्रीमती शशि गोयल के द्वारा अपनी माताजी जो कि वृद्धावस्था के दौर में है और आज शतायु वर्ष पूर्ण भी कर चुकी है, यहां माता-पिता की इस सेवा से प्रेरणा लेकर उनके पुत्र भाजयुमो जिला कोषाध्यक्ष विकास गोयल भी अपनी पत्नि श्रीमती पलक गोयल के साथ वृद्ध दादी की सेवा करने के कार्य कर युवाओं को अनुकरणीय प्रेरणा दे रहे है कि घर के वृद्धजन हमारी धरोहर है इन्हें संरक्षित और इनका ख्याल रखना चाहिए।
यहां अपनी दादी की सेवा में कार्यरत पौत्र विकास गोयल और पौत्रवधु पकल गोयल नियमित रूप से अपनी दादी की नित्य सेवा कर रहे है जहां प्रतिदिन नित्य क्रिया के बाद दादी के लिए स्नेह, दुलार, भोजन, पानी और धार्मिक कथाओं का वृतान्त कर उन्हें ईश्वरीय भक्ति कराने का भी अनुकरणीय कार्य किया जा रहा है।
यहां शहर में भारतीय संस्कृति के संवाहक के रूप में सुमत हार्डवेयर गोयल परिवार की इस अनुकरणीय सेवा को जो भी सुनता और जानता है वह प्रशंसा किए बगैर नहीं रहता और इस तरह की प्रेरणा स्वयं भी लेकर अपने-अपने माता-पिता व वृद्धजनों की सेवा करने का संकल्प लेते है ताकि घर के वृद्धों को सहेजे और उन्हें संरक्षित करने के लिए उनकी हर इच्छा को पूर्ण करने का प्रयास कर सके।
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