रामकिशन सिंघल फाउण्डेशन के द्वारा साहित्यकारों की आनंद गोष्ठी आयोजितशिवपुरी। मकर संक्रांति पर्व भारतीय संस्कृति में अपना विशिष्ट स्थान रखता है यही कारण है कि भारतवर्ष के विभिन्न प्रदेशों में अनेक नामों व अनेक तरीकों से इसे मनाते हैं। विज्ञान सम्मत होना इसकी वजह है। ये विचार रामकिशन सिंहल फाउन्डेशन के तत्वावधान में मकर.संक्रांति के अवसर पर आयोजित साहित्यकारों की आनंद गोष्ठी में मुख्य अतिथि की आसंदी से युसुफ अहमद कुर्रेशी ने व्यक्त किये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता नवगीतकार विनय प्रकाश नीरव ने तथा गरिमामय संचालन अजय जैन अविराम ने किया। शुभकामनाओं के आदान-प्रदान के पश्चात् काव्य.गोष्ठी का प्रारंभ शरद गोस्वामी द्वारा हुआ, तदुपरांत रफीक इशरत ग्वालियरी, विजय भार्गव, त्रिलोचन जोशी, डॉ महेंद्र अग्रवाल, राजकुमार चैहान भारती, शरद गोस्वामी, सत्तार शिवपुरी, अजय जैन अविराम, विनय प्रकाश जैन नीरव, दिनेश वशिष्ठ, विवेक वाजपेयी, रामकृश्ण मौर्य, प्रकाशचंद्र सेठ, संजय शाक्य, रमन शर्मा तथा शकील नश्तर ने प्रासंगिक काव्यपाठ किया। कार्यक्रम में शहर से बाहर होने के कारण डॉ.लखनलाल खरे ने नेट के माध्यम से सहभागिता की। अंत में आभार प्रदर्शन प्रकाशचंद्र सेठ ने किया।
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