पुलिस कंट्रोल रूम में एसपी ने किया मामले का खुलासा, बताई बेहिसाब संपत्तिशिवपुरी। कोलारस की सहकारी बैंक से 80 करोड़ का घोटाला करने वाले मुख्य आरोपित भृत्य पाराशर को पुलिस ने संस्कार सिटी वृंदावन मथुरा से गिरफ्तार कर लिया था। इसी के साथ दो अन्य आरोपित पिंकी व उसके भाई को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया। यहां पूछताछ में पाराशर ने बताया कि भृत्य से कैशियर के पद के लिए वर्ष 2010 में शाखा प्रबंधक ने ठहराव प्रस्ताव कर कैशियर के पद पर पदस्थ कियाए तत्कालीन शाखा प्रबंधक द्वारा आरोपित की आईडी वर्ष 2013 में तैयार करवाई उसके बाद से तत्कालीन शाखा प्रबंधक, ऑपरेटर व बाद में आए शाखा प्रबंधकों के साथ मिलकर जिला सहकारी बैंक शाखा कोलारस में अपने परिवार व परिचितों के खातों में फर्जी जमा राशियों की एंट्रिंया कर उन खातों से नेफ्ट, आरजीटीएस एवं चैक के माध्यम से परिवार, परिचतों तथा बैंक सहयोगी साथियों के अन्य बैंकों के खातों में जमा दिखाकर चैकों के माध्यम से नेफ्ट व नकदी के रूप में घोटाला कर घोटाले की रकम आपस में बांट लेते थे। भारतीय स्टेट बैंक की शाखा कोलारस से चैकों के माध्यम से नकद राशि का आहरण कर गबन किया।
घोटाले की राशि से मकान, सिंघड़ा फार्म, प्लॉट और बनाईं 65 बसें
इस घोटाले की राशि से पाराशर ने अपने परिवार के नाम से कोलारस में एक मकानए सिंघड़ा फार्म कोलारस में प्लॉट, ग्राम गुनाटोरी तहसील कोलारस में 36 बीघा जमीन, कोलारस में दालमील, आटा मील, गुंजारी नदी कोलारस के पास जमीन तथा ग्राम कुसवन मे ंजमीन तथा नई पुरानी बसें करीब 60-70 तथा ट्रक करीबन 15-20 तथा सोने के जेवरात खरीदना बताया। बसों व ट्रकों के गबन की राशि को छिपाने के लिए फायनेंस कंपनियों से अलग-अलग फायनेंस करवाए, जिनमें कुछ पुरानी बसें खरीदी थीं जिनके मालिकों को नकद व खातों में रुपए ट्रांसफर कर दिए परंतु बसें नाम ट्रांसफर नहीं होने से मूल मालिकों के द्वारा केश लगने से वापस खींच ली गई थी।
घोटाले के इस मामले में तीन हुए गिरफ्तार
वहीं इस घोटोल में मुख्य आरोपित राकेश पाराशर के साथ करैरा की पिंकी यादव व उसके भाई पवन यादव को भी 12 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया गया जहां उन्होंने घोटाले की राशि से करैरा में प्लॉट व गुनाटोरी में जमीन करीब 36 बीघा तथा शिवपुरी में 2 मकान व करैरा में 2 मकान एवं सोने के जेवरात खेरीदे तथा बस, ट्रक, कार, जीपें एवं बाइक खरीदी होना बताया। सोने के करीबन 650 ग्राम जेवरात को मुथूट गोल्ड फायनेंस शिवपुरी में रखकर 20 लाख रुपए का लोन लेना बताया गया। इस कार्रवाई में एसडीओपी कोलारस निरंजनसिंह राजपूत, थाना प्रभारी कोलारस आलोक सिंह भदौरिया, शिखा तिवारी, रूपेश शर्मा, योगेंद्र सेंगर, उनि रामचंद्र शर्मा, दिलीप राजावत, भूपेंद्र तोमर, सायबल सेल से देवेंद्र सेन, पुष्पेंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
No comments:
Post a Comment