बढ़ाया शिवपुरी का गौरव उभरती हुई कार्टूनिस्ट है दिशरिता, पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुये कार्टून्सशिवपुरी। पूत के पांव पालने में दिखाइए देते हैं, इस कहावत को चरितार्थ किया है शिवपुरी की कक्षा आठवीं की छात्रा दिशरिता राठौर 13 वर्ष ने। जिसने हाल ही में कर्नाटक की एक कला संस्था कलामंदिर कुण्डापुरा द्वारा आयोजित ऑनलाइन नेशनल कार्टून चैंपियनशिप में दूसरा पुरस्कार जीता है। उल्लेखनीय है दिशरिता के पिता राठौर मोहल्ला निवासी प्रदीप राठौर (इंस्पेक्टर सीआरपीएफ)की पुत्री है और वह स्थानीय सेंंट चाल्र्स स्कूल में कक्षा आठवीं की छात्रा है। कलामंदिर द्वारा आर्ट अगेंस्ट सोशल एविल्स विषय पर आयोजित कार्टून प्रतियोगिता में यह उपलब्धि हासिल की है। गौरतलब है कि पिछले लंबे अरसे से दिशरिता के समसामयिक कार्टून विभिन्न पत्र.पत्रिकाओं में छपते रहे हैं। उसकी इस उपलब्धि पर सीआरपीएफ ग्वालियर के अधिकारीगण, एडवोकेट अजय गौतम, उम्मेद सिंह वर्मा सहित दिशरिता के परिजनों, शुभचिंतकों और मित्रों ने शुभकामनाएं दी हैं।
बढ़ाया शिवपुरी का गौरव उभरती हुई कार्टूनिस्ट है दिशरिता, पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुये कार्टून्सशिवपुरी। पूत के पांव पालने में दिखाइए देते हैं, इस कहावत को चरितार्थ किया है शिवपुरी की कक्षा आठवीं की छात्रा दिशरिता राठौर 13 वर्ष ने। जिसने हाल ही में कर्नाटक की एक कला संस्था कलामंदिर कुण्डापुरा द्वारा आयोजित ऑनलाइन नेशनल कार्टून चैंपियनशिप में दूसरा पुरस्कार जीता है। उल्लेखनीय है दिशरिता के पिता राठौर मोहल्ला निवासी प्रदीप राठौर (इंस्पेक्टर सीआरपीएफ)की पुत्री है और वह स्थानीय सेंंट चाल्र्स स्कूल में कक्षा आठवीं की छात्रा है। कलामंदिर द्वारा आर्ट अगेंस्ट सोशल एविल्स विषय पर आयोजित कार्टून प्रतियोगिता में यह उपलब्धि हासिल की है। गौरतलब है कि पिछले लंबे अरसे से दिशरिता के समसामयिक कार्टून विभिन्न पत्र.पत्रिकाओं में छपते रहे हैं। उसकी इस उपलब्धि पर सीआरपीएफ ग्वालियर के अधिकारीगण, एडवोकेट अजय गौतम, उम्मेद सिंह वर्मा सहित दिशरिता के परिजनों, शुभचिंतकों और मित्रों ने शुभकामनाएं दी हैं।
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