जेल में कैदियों ने सुना संत रामपाल जी महाराज का सत्संग कहा हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई धर्म नहीं कोई न्याराशिवपुरी/कोलारस-शिवपुरी जिले की उपजेल कोलारस में रविवार को मुनींद्र धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा एलईडी के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज का सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग में संत रामपाल जी महाराज जी ने अपने मुखारबिंद से बताया गया कि हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्म एक समान हैं। किसी भी धर्म को न्यारा नहीं माना जा सकता है। प्रत्येक धर्म का व्यक्ति हमारा भाई है।
परमात्मा एक है जिसका आब्हान करने पर वह हमारी रक्षा के लिए युक्ति बनाता है। वरन हम अपने धर्म पर कायम न रहकर भटक जाते हैं इसलिए जीवन में दुख का योग भोगना पड़ता है। सत्संग में कैदियों व जेल अधिकारियों ने महाराज जी के प्रवचनों से प्रभावित होकर कहा कि हे भगवान! ऐसा अनमोल ज्ञान अब तक कहाँ छुपा था। जगतगुरु संत रामपाल के अनुयायियों ने बताया कि सबका मालिक एक है उसका नाम कबीर है। हम भगवान को विभिन्न स्वरूपों में पूजते हैं पर उसका स्वरूप एक है संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने कहा कि जेल में कैदियों और जेल अधिकारियों के बीच अच्छा संबंध है।
यहां मानवाधिकार का पूरा ध्यान रखा जाता है और कैदियों के साथ अच्छा व्यवहार हो रहा है। संत जी के अनुयायियों ने परमात्मा का ज्ञान जेल में बंद उसके बच्चों तक पहुंचाने के लिए स्वीकृति देने का जेलर मोहम्मद फहीम खान का आभार व्यक्त किया। पूर्व में भी कोलारस उपजेल में संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग को आयोजित करवाने में जेलर मोहम्मद फहीम खान ने भरपूर सहयोग किया था।
सत्संग में जेल के सभी कैदियों ने मिलकर गलत मार्ग त्यागकर धर्म के मार्ग पर चलने का प्रण लिया है। संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों ने कैदियों व जेल अधिकारियों को संत रामपाल जी द्वारा मानव कल्याण हेतु लिखित ज्ञान गंगा व जीने की राह जैसी अनमोल पुस्तकें भेंट स्वरूप प्रदत्त कीं।
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