शिवपुरी- शासन की जनसुनवाई में अपने दिव्यांग पति के साथ जीवन यापन करने को लेकर कच्ची शराब उतारने और उसके विक्रय को लेकर एक महिला कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जा पहुंची और यहां अधिकारियों से कच्ची शराब उतारने के लिए लायसेंस मांगने लगी, महिला का कहना है कि जब शराब विक्रय के लिए बड़े-बड़े लायसेंस दिये जा सकते है तो फिर कच्ची शराब उतारने के लिए भी लायसेंस दिया जाए।
महिला की व्यथा अपने दिव्यांग पति को लेकर थी और उसने बकायदा आवेदन देकर दिव्यांग पति के साथ जीवन यापन करने को लेकर यहां कच्ची शराब उतारने के लिए लायसेंस मांगा जिसे सुन अधिकारी भी सनाके में आ गए कि अब महिला को इस तरह का लायसेंस कहां से दें? हालांकि यह मामला जनसुनवाई में चर्चा का विषय बना रहा बाबजूद इसके महिला ने मीडियाकर्मियों के सामने अपना दु:खड़ा रोया।
इसलिए मांगा शराब उतारने का लाससेंसजिले के खेराई गांव निवासी एक दिव्यांग महिला विमला जाटव आज कच्ची शराब उतारने का लाइसेन्स मांगने जनसुनवाई में आवेदन लेकर पहुंची थी। विमला जाटव का कहना है कि वह पैरों से दिव्यांग है, उसका पति विष्णु जाटव बहुत बीमार है। घर में दोनों के अलावा कोई नहीं है। ऐसे में उसे कच्ची शराब उतारने का लाइसेन्स दिया जाए ताकि वह शराब उतारकर उसका बेच सके और अपने पति का पालन पोषण कर सके। सीएम ने आदिवासियों को शराब बनाने का लाइसेन्स देने की बात कही है, मैं भी उसी आधार पर लाइसेन्स मांग रही हूं।
सीख लूंगी शराब उतारना और विक्रय करना
महिला विमला का कहना है कि उसे न तो शराब उतारना आता है और न ही उसने कभी शराब उतारी और बेची है, लेकिन वह शराब उतारना सीख लेगी। उसके अनुसार दूसरे लोग भी अन्य जगह से लाकर शराब बेचते हैं, मैं भी बेच लूंगी।
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