रानी लक्ष्मी बाई जन्म जयंती के अवसर पर दी श्रद्धांजलिशिवपुरी- आज नवाब साहव रोड पर 1857 की क्रांति की वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर अपने-अपने विचार रखे गए जिसमें पेंशन संघ के राष्ट्रीय संयोजक जनक सिंह रावत ने कहा कि देश को आजाद कराने के लिए 1857 में ऐतिहासिक क्रांति हुई थी जिसमें वीरांगना लक्ष्मीबाई का अतुल्य योगदान रहा, जिन्होंने अंग्रेजों को नाकों चने चबा दिए और जब तक जीवित रही झांसी पर अंग्रेजों की हुकूमत कायम नहीं होने दी, लेकिन कुछ कारणवश वीरांगना अंग्रेजों से लड़ते लड़ते बलिदान हो गई,
यदि उस समय इस लड़ाई को और सहयोग मिल जाता तो देश उसी समय आजाद हो जाता, ऐसी वीरांगना को भुलाया नहीं जा सकता। संघ के हेमंत यादव बड़ौदी द्वारा कहा गया कि वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बहुमूल्य योगदान को भारत के इतिहास में कभी भुलाया नहीं जा सकता।
यह हमें एक प्रेरणा देता है कि हम चाहे अकेले ही क्यों ना हो लेकिन राष्ट्र हित के लिए हम एक मिसाल कायम कर सकते हैं, आज वीरांगना लक्ष्मीबाई की जयंती को बड़े बड़े स्तर पर मनाया जाना चाहिए लेकिन राजनैतिक कारणों से हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रणी रहे योद्धाओं का स्मरण बड़े धूमधाम से नहीं कराया जाता, हमें अपनी आने वाली युवा पीढ़ी को बताना होगा कि आजादी हमें कैसे मिली कैसे हमारे योद्धाओं ने अपनी शहादत दी, जिससे देश के अंदर राष्ट्र प्रेम का भाव पैदा हो सके।
इस अवसर अनिल कुशवाह, सुरेन्द धाकड़, सुनील कुशवाह, छोटेलाल नामदेव, अमित नामदेव, अजय, विजय, महेंद्र यादव, भूरा ओझा सहित अन्य साथी उपस्थित रहे।
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