शिवपुरी-कोलारस के समीप ग्राम रिजोदा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर ब्रज भूषण महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीना सिखाती है एवं धर्म के मार्ग पर उनको चलना भी सिखाती है, श्रीमद् भागवत कथा सुनने का फल अनंत है इसलिए मनुष्य को भगवान की कथा श्रवण करते रहना चाहिए, कथा श्रवण करने से मन को शांति मिलती है पितरों का उद्धार होता है एवं अध्यात्म के क्षेत्र में मनुष्य आगे बढ़ता है मनुष्य अगर कथा श्रवण करता रहेगा तो वहकभी भी गलत रास्ते पर नहीं जाएगा अपने बालकों को भी भागवत कथा श्रवण करवानी चाहिए जिससे कि उनका जीवन भी शुद्ध एवं श्रद्धा युक्त बने आचार्य जी ने कथा के प्रारंभ में महातम की कथा का श्रवण कराया एवं व्यास जी का चरित्र महाभारत की कथा एवं शुकदेव जी के आगमन की कथा कही। इस कथा का आयोजन नवल राठौर ग्राम रिजोदा वाले करवा रहे हैं यह कथा 25 नवंबर तक होगी।
शिवपुरी-कोलारस के समीप ग्राम रिजोदा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर ब्रज भूषण महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीना सिखाती है एवं धर्म के मार्ग पर उनको चलना भी सिखाती है, श्रीमद् भागवत कथा सुनने का फल अनंत है इसलिए मनुष्य को भगवान की कथा श्रवण करते रहना चाहिए, कथा श्रवण करने से मन को शांति मिलती है पितरों का उद्धार होता है एवं अध्यात्म के क्षेत्र में मनुष्य आगे बढ़ता है मनुष्य अगर कथा श्रवण करता रहेगा तो वहकभी भी गलत रास्ते पर नहीं जाएगा अपने बालकों को भी भागवत कथा श्रवण करवानी चाहिए जिससे कि उनका जीवन भी शुद्ध एवं श्रद्धा युक्त बने आचार्य जी ने कथा के प्रारंभ में महातम की कथा का श्रवण कराया एवं व्यास जी का चरित्र महाभारत की कथा एवं शुकदेव जी के आगमन की कथा कही। इस कथा का आयोजन नवल राठौर ग्राम रिजोदा वाले करवा रहे हैं यह कथा 25 नवंबर तक होगी।
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