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Friday, November 26, 2021

जनपद खनियाधाना की ग्राम पंचायतों में फर्मों ने लगाए फर्जी बिल!


-सजेन्द्र शर्मा-

शिवपुरी/खनियाधाना- मामला खनियाधाना जिला शिवपुरी का है जहां ग्राम पंचायतों पंच परमेश्वर के मद से ग्राम पंचायतों में ग्राम विकास के लिए राशि उपलब्ध कराई जाती है। इसी पंच परमेश्वर की राशि से ग्राम विकास के नाम पर सरपंच सचिव से मिलकर फर्मों ने फर्जी बिल लगाएं जोकि पंच परमेश्वर पोर्टल पर ऑनलाइन दिख रहे हैं। ्र

मामला यह है 1 बिल नंबर 65 कार्यालय व्यय ई भुगतान दिनांक 5 फरवरी 2018 पंचायत सिनाबल कला राशि 16700 फर्म का नाम मां दुर्गे बिल्डिंग मैटेरियल 2 बिल नंबर 65 सामग्री भुगतान दिनांक 12 जनवरी 2018 पंचायत सिनाबल कला राशि 24800 फर्म का नाम दुर्गे बिल्डिंग मटेरियल 3 बिल नंबर 65 कार्यालय व्यय ई भुगतान दिनांक 17 जनवरी 2018 पंचायत ऐरावानी राशि 27900 फर्म का नाम मां दुर्गे बिल्डिंग मैटेरियल इसी तरह से कई पंचायतों में कई फर्मों ने टैक्स चोरी कर एवं गलत तरीके से बिल लगाए हुए हैं ऐसी फर्मों के नाम मैसर्स मां दुर्गे बिल्डिंग मैटेरियल, मे.जय महाकाल ट्रेडिंग कंपनी में बालाजी ट्रेडर्स मुहारी, मे.मां भगवती बिल्डिंग मैटेरियल, श्रीकृष्णा ट्रेडर्स, मे.राधिका कंस्ट्रक्शन, मे.पाठक बिल्डिंग मटेरियल, मे.योगेंद्र ट्रेडर्स, मे.जय अंबे ट्रेडर्स, मे.विशाल मार्बल एंड सेनेटरी हाउस, अक्षय जैन, कार्तिक ट्रेडर्स आदि हैं। 

इसी तरह जिन ग्राम पंचायतों ने ऐसे बिल लगाए हैं जनपद पंचायत खनियाधाना की उन ग्राम पंचायतों के नाम सिनावल कला, ऐरावनी, रही, खुरई, लहर्रा, क्यारा, मुहारी खुर्द, जंगीपुर, बिजरावन, गोलाकोट, पनिहारा, कुम्हर्रा, देवरी, सिलपुरा, गरेठा, सुजवाहा, नगरैला, सुलारकला, कुटावली, दवियाकला, अछरौनी, मुहासा, पिपरा, दिदावनी, नोहरा, काली पहाड़ी चंदेरी, हर्षपुरा, पुरा, खड़ीचरा, बामोरकला, पातीचक्क, गुरैया, निवोदा, रिछाई, खजरा, खिरकिट आदि इन पंचायतों के द्वारा इन फर्मो से मिलकर फर्जी बिल लगाए हैं यह एक बड़ा जांच का विषय है अगर कहा जाए तो जनपद पंचायत के अधिकारियों की या मॉनिटरिंग की कमी के कारण इन बिलों का भुगतान हुआ है या यह कहा जाए जनपद पंचायत के कर्मचारियों की एवं सरपंच सचिवों की फर्मों के संचालकों की सांठगांठ से शासकीय धन का दुरुपयोग किया गया जिसमें फर्मों द्वारा टैक्स की चोरी की गई एक फर्म द्वारा एक ही बिल तीन तीन पंचायतों को अलग-अलग मद से दिया गया है जो कि एक नंबर का बिल देना संभव ही नहीं है यह एक बहुत बड़े जांच का विषय है जिसमें कई पार्टियां दोषी हैं दोषी होने के बावजूद भी आखिर क्या कारण है कि इन पर कार्यवाही नहीं होती क्या प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत इस बात का प्रमाण देता है कि प्रशासनिक अमले को जानकारी होने के बावजूद भी इन पर कार्रवाई नहीं होती फर्जी बिलों से करोड़ों का भ्रष्टाचार स्पष्ट तौर पर दिखाई देता है। 

ऐसा नहीं है कि यह मामला जनपद पंचायत का ही है इससे पहले खनियाधाना में 2017 में सूखा राहत के तहत बड़ा घोटाला भी सामने आया था जो कि ऑडिट में ऑडिटर विभाग के कर्मचारियों ने स्पष्ट किया था क्या यह मामला भी ऑडिट में उजागर नहीं हुआ होगा इससे तो प्रश्न ऑडिट अधिकारी व विभाग पर भी लगता है, क्योंकि एक ही तारीख के बिल फर्मों में एक ही साथ लगाए गए हैं, क्या ऑडिट में यह चीज पकड़ में नहीं आती, यह एक बड़ा प्रश्न उड़ता है, क्या प्रशासनिक अधिकारी शिवपुरी जिले में कुंभकरण की नींद में सोए हुए हैं, इतना बड़ा घोटाला सामने होने के बावजूद भी इस को अनदेखा किया जा रहा है। 

इनका कहना है 

अगर ऐसा कोई मामला है इसकी सूची हमें भेजो हम इसकी जांच करवाते हैं

एच.पी.वर्मा 

्मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शिवपुरी

जांच के लिए पंचायती राज ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 40 का अधिकार पहले एसडीएम को हुआ करता था अब जांच के लिए धारा 40 मैं जांच करने का अधिकार जिला पंचायत अधिकारी के पास हैं इसमें जिला पंचायत अधिकारी दल गठित करवा दें तो जांच हम करवा लेंगे। 

जे.पी.गुप्ता 

एसडीएम राजस्व पिछोर

मामला आपके द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया है अगर इस तरीके का भ्रष्टाचार हुआ है ग्राम विकास की राशि का दुरुपयोग किया गया है तो इसकी जांच के लिए मैं जिला सीईओ एवं जिला कलेक्टर महोदय से बात करता हूं और जांच के लिए बोलता हूं

मुकेश चौहान 

जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा भाजपा

खनियाधाना जनपद पंचायत में लगातार फर्मों के नाम पर कालाबाजारी का खेल चल रहा है इसके बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधि की अनदेखी के चलते सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है आखिरकार प्रशासन के नुमाइंदे बैठे हैं वह अपनी आंखों पर क्यों पट्टी बांधे हैं यह तो कुछ पंचायतों के ही बिल है अगर गहन तरीके से इसकी जांच की जाए तो बहुत सारे बिलों में फर्जीवाड़ा उजागर हो सकता है

गणेश सोनी 

बरिष्ट पत्रकार 

मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है फर्मों से संबंधित जो भी बेंडर हैं उनके लिए हम नोटिस जारी करेंगे और इनकम टैक्स विभाग को भी इसकी लिखित रूप से सूचित किया जाएगा क्योंकि यह इनकम टैक्स की चोरी का मामला भी बनता है। 

रामप्रसाद गोरसिया मुख्य कार्यपालन अधिकारी 

जनपद पंचायत खनियाधाना

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