ग्राम पारागढ़ में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव मनाशिवपुरी-आमोलपठा के ग्राम पारागढ़ में सेमर वाले हनुमान मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथावाचक पंडित राम निवास शास्त्री वृंदावन द्वारा भक्तों को अपने माता पिता की सेवा ही ईश्वर की सच्ची सेवा है उसके द्वारा ही हमें मोक्ष की प्राप्ति होगी। कथा का विस्तार देते हुए शास्त्री जी ने कहा कि जब पृथ्वी असुरों के अत्याचार से दुखी होकर संतो के पास जाती है तो संत ब्रह्मा जी के पास जाते हैं फिर ब्रह्मा जी देवताओं के साथ भगवान के पास जाकर उनसे अवतार लेने के लिए प्रार्थना करते हैं और भगवान पृथ्वी पर अवतरित होते हैं।
देवकी वासुदेव का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस दंपति के जीवन में अनेकों प्रकार के दुख आए कंस ने उनके संपूर्ण राज्य को छीन लिया और उन्हें कारागार में बंदी बना दिया लेकिन उन दोनों का ईश्वर पर से विश्वास कभी कम नहीं हुआ इसी तरह हमें भी इस कलयुग में देवकी और वासुदेव से कुछ सीखना चाहिए कि त्याग, तपस्या, समर्पण पर भक्त रहकर परमात्मा को प्राप्त कर सकता है। इस मौके पर श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव भी बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। भागवत कथा के मुख्य यजमान नवल सिंह गुर्जर और समस्त ग्रामवासी वह क्षेत्रवासी कथा में बड़ चढ़कर भाग ले रहे हैं।
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