बाल विवाह को मिटाने के लिए उन्हें खुद आगे आना होगाशिवपुरी- पढ़ाई की उम्र में विवाह हो जाने का मतलब है हमारा भविष्य खराब हो जाना। जिन लड़के लड़कियों का कम उम्र में विवाह होता है, उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी प्रभावित होता है। हम सभी को मिलकर इस बाल विवाह नामक सामाजिक अपराध को मिटाना होगा। यह सुझाव बीते दिन मनियर के प्रज्ञा प्रभात स्कूल के छात्र-छात्राओं को आगाज इंटर्न नीलम शर्मा ने दिया।
उन्होंने कहा हमारे विकास के लिए पढ़ाई बहुत जरूरी है, इससे हमारा मानसिक विकास होता है। पढ़ाई हमें स्वतंत्रता प्रदान करती है अगर आपके परिवार के लोग आपका या आपके पड़ोसी, रिश्तेदार किसी बालक का 21 वर्ष से पहले और लड़की का 18 वर्ष से पहले विवाह करते है, तो हमें उसको रोकने के प्रयास करना चाहिए। बाल विवाह को रोकने के लिए हमें सिर्फ चाइल्ड लाइन नंबर 1098 पर सूचना देनी है। चाइल्ड लाइन पर सूचना देने वाले का नाम और पहचान भी गोपनीय रखी जाती है।
इस दौरान विद्यालय की प्राचार्या कल्पना अवस्थी, शिक्षक दीपू महेरे एवं स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा राठौर मौजूद रहीं। उल्लेखनीय है यूनिसेफ द्वारा आगाज इंटर्नशिप 2021 के लिए नीलम शर्मा को चयन किया है। उन्हें अपने आसपास के किशोर-किशोरियों को बाल विवाह, बालश्रम एवं बाल हिंसा मिटाने के लिए कार्य दिया गया है।
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