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Sunday, October 24, 2021

अवैध संबंधों के चलते हुई थी अजब सिंह की हत्या, मझेरा में मिली लाश का पुलिस ने किया पर्दाफाश


लुधावली में रहने वाले मृतक की पत्नि के रिश्ते में ही बहनोई से थे अवैध संबंध, महिला सहित दो अन्य गिरफ्तार

शिवपुरी-बीती 15 अक्टूबर को दशहरा देखने निकले युवक की लाश 17 अक्टूबर को पुलिस थाना देहात ने मझेरा के निकट से बरामद की थी जिस पर पुलिस ने मामले की खोजबीन की तो मामला आश्राई का निकला और मृतक की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके अपने ही बहनोई व उसके साथी ने मिलकर कर दी। इस पूरे मामले में मृतक की पत्नि से रिश्ते में लगने वाले बहनोई से अवैध संबंध थे और पति की हत्या के बाद वह बहनोई के साथ शादी करती इसलिए इस हत्याकाण्ड को अंजाम दिया गया। मामले का खुलासा पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेसवार्ता के माध्यम से दी।

एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि बीती 15 अक्टूबर को घ्ज्ञक्र से दशहरा देखने की कहकर निकला अजब सिंह पाल निवासी लुधावली वापस अपने घर नहीं पहुंचा, इसी बीच 16 अक्टूबर को अजब सिंह के भाई मनोज पाल पुत्र सूरज पाल निवासी लुधावली ने थाना देहात में अजब सिंह के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई। तभी पुलिस को एक अज्ञात व्यक्ति की तलाश मझेरा के निकट मिली जिसकी पहचान अजब सिंह पाल के रूप में हुई।

इस पर पुलिस ने धारा 302,201 भादवि के तहत मामला पंजीबद्ध कर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल, अति.एसपी प्रवीण भूरिया, एसडीओपी अजय भार्गव के निर्देशन में थाना देहात प्रभारी विकास यादव ने अपनी पुलिस टीम जिसमें उनि रामनिवास शर्मा, अशोक जोशी, लाखन सिंह, राजवीर सिंह गुर्जर, सउनि बीएस जादौन, सावित्री लकड़ा, का सउनि केदार सिंह, आर.के.सगर, विनोद गुर्जर, प्रआ अजय शर्मा, विनय सिंह, बीरबल सिंह, महेन्द्र सिंह, हृदेश पाराशर, भगवत चतुर्वेदी, सुशील जाट, मुकेश इंदौरिया, गजेन्द्र सिंह, सुमित सिंह, सुनील, देवेन्द्र सिंह, भरत मीणा, राघवेन्द्र सिंह, महिला आर.सीतू सिंह, संतोषी पाल, उन दीपक शर्मा सायबर सैल प्रभारी विकास चौहान, देवेन्द्र सिंह, जलज रावत के साथ मिलकर मामले की विवेचना की 

तो पाया कि इस मामले में मृतक अजब सिंह की पत्नि के उसके ही बहनोई के साथ अवैध संबंध थे और मृतका की पत्नि ने बहनोई से कहा था कि वह उसके पति अजब सिंह की हत्या कर दे तभी दोनों साथ रह सकेंगें। यही वजह रही कि 15 अक्टूबर को मृतक अजब सिंह को रावण देखने के बहाने आईटीआई तिराहा पर बहनोई और उसका साथी ने बुलाया और वह अपने ट्रक को मिलन ढाबे पर छोड़कर मोटरसाईकिल से अजब सिंह को बाईक पर बिठाकर ले गये जहां तोमर ढाबे पर खाना गया और फिर बाद में ट्रक देखने के बहाने मोटरसाईकिल पर ही मृतक अजब सिंह को बीच में बिठाकर पड़ौरा से मझेरा हाईवे की तरफ ले गए 

जहां पीछे बैठे बहनोई के ट्रक हेल्पर ने एक रस्सी से अजब सिंह के गले को कस दिया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने जब पूछताछ की तो मामले में बहनोई का आखिरी बार मृतक के साथ होना पाया गया बाद में बहनोई और मृतक की पत्नि ने भी पुलिस पूछताछ में पूरा मामला कह सुनाया। पुलिस ने इस पूरे मामले में मृतक की पत्नि सहित बहनोई व उसका वाहन हेल्पर इस हत्याकाण्ड में शामिल होने को लेकर गिरफ्तार कर लिया है।

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