Responsive Ads Here

Shishukunj

Shishukunj

Thursday, October 21, 2021

किसी का रूप बनाना सरल किंतु स्वरूप बनाना कठिन है .नंदिनी भार्गव


ग्राम मुढ़ैनी स्थित श्रीहनुमान मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा

शिवपुरी-ग्राम मुढैनी में श्रीहनुमानजी के मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिवस शिव पार्वती प्रसंग कथा का वाल योगी पं. श्री वासुदेव नंदनी भार्गव ने बड़ा ही रोचक तरीके से प्रसंग सुनाया, उन्होंने बताया कि रूप और स्वरूप में काफी भेद है, उन्होंने बताया कि सती ने सीता का रूप तो बनाया, लेकिन वह सीता का स्वरूप नहीं ले सकी, अत: किसी का रूप बना लेना सरल है किंतु स्वरूप बनाना अत्यंत कठिन है। 

संत के जैसा रूप बनाने से कुछ नहीं होता संत का स्वरूप ग्रहण करना चाहिए क्योंकि रुप का संवंध शरीर से होता है और स्वरूप का संवंध आत्मा से होता है, रूप समय के साथ ढल जाता है और स्वरूप समय के साथ निखर जाता है। लगातार तीसरे दिन भी सैकड़ों की संख्या मै श्रोताएदूर दूर से आकर कथा का रसपान कर रहे हैं। यहां आयोजित कथा में स्थानीय ग्रामीणजन कथास्थल पर पहुंचकर धर्मलाभ प्राप्त कर रहे है साथ ही कथा के प्रसंगों को श्रवण कर अन्य लोगों को भी धर्म के प्रति जागृत करने का कार्य कर रहे है। कथा आयोजक परिवार ने सथानीय लोगों से कथा स्थल ग्राम मुढ़ैनी स्थित श्रीहनुमान मंदिर पर पहुंचकर धर्मलाभ प्राप्त करने का आग्रह किया है।

No comments:

Post a Comment