प्रदेश के नगरीय प्रशासन विभाग के माध्यम से होगी ब्रांडिंग, पर्यटन क्षेत्र में भी महिलाएं बढ़ाएंगी अपना हाथ शिवपुरी-आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने एवं आजीविका से जोडऩे के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत शिवपुरी में शहरी आजीविका मिशन के तहत स्वरोजगार बढ़ाने हेतु फूड प्रोसेसिंग सहित अन्य कार्यों में जिसमें प्रमुख पर्यटन एवं पर्यटकों से जुड़ी विभिन्न सेवा प्रदत योजनाओं में सहभागिता करने और उन्हें बेहतर बनाते हुए उसमें उचित प्रशिक्षण देने के साथ-साथ उनके द्वारा बनाए गए उत्पादों को सोन चिरैया ब्रांड के नाम से देश एवं प्रदेश में नाम देते हुए बेहतर बाजार मुहैया कराने हेतु प्रयास किया जा रहा है।
इसी तारतम्य में जिला पर्यटन सहकारी संस्था द्वारा शिवपुरी शहर की अत्यंत गरीब एवं अन्य पढ़ी-लिखी महिलाओं की कार्यशाला का आयोजन किया। उक्त बैठक में जिला प्रशासन की ओर से डिप्टी कलेक्टर एवं डीएटीटीसी की सचिव श्रीमती शिवांगी अग्रवाल एवं मध्य प्रदेश राज्य सहकारी पर्यटन संघ के अध्यक्ष अरविंद सिंह तोमर तथा जिला पर्यटन सहकारी संस्था के प्रबंधक महेंद्र सिंह राजावत और नगरीय प्रशासन विभाग नगर पालिका शिवपुरी क्षेत्र में शहरी आजीविका मिशन के कोऑर्डिनेटर श्री आर पी सिंह उपस्थित थे।
इस अवसर पर महिलाओं को रोजगार से जोडऩे के संबंध में डिप्टी कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल द्वारा देश में असंगठित खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 25 लाख से अधिक खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां जो गैर पंजीकृत एवं अनौपचारिक रूप से चल रहे हैं उन्हें बेहतर ढंग से पंजीकृत कराकर उचित प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर भारत से जोड़ते हुए चलाने की बात कही। वही मध्य प्रदेश राज्य सहकारी पर्यटन संघ के अध्यक्ष कुंवर अरविंद सिंह तोमर ने कहा की शिवपुरी जिले में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं।
आत्मनिर्भर भारत में महिलाओं को सशक्त बनाने और पर्यटन क्षेत्र में सेवा प्रदत्त कार्यों में महिलाओं को और अधिक सहभागिता के साथ गाइड टैक्सी ऑपरेटर एवं शिल्पकला के साथ.साथ स्थानीय भोजन एवं कला से रूबरू कराना भी शामिल है। शासन की मंशा अनुसार सुरक्षित महिला सुरक्षित पर्यटन योजना के तहत इन्हें आत्मनिर्भर बनाना भी है। महिलाएं खुद अपनी योजनाएं बनाएं और मजदूर से लेकर सुपरवाइजरए मैनेजर और मालिक भी स्वयं बने। जिला पर्यटन सहकारी संस्था के प्रबंधक महेंद्र सिंह राजावत द्वारा महिलाओं के समूह को संस्था की ओर से समय.समय पर उचित मार्गदर्शन व सहयोग के साथ.साथ सहकारिता अधिनियम के तहत समूह के पंजीयन में मदद करने के बारे में आश्वासन दिया। इस कार्यशाला में शहर की लगभग 80 से अधिक महिलाएं एवं बालिकाएं उपस्थित थीं।
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